गर्भवती महिला के पेट में कपड़ा छोड़ने के मामले में महिला सीएमएस ने किया मना, अफसर बोले- तीन सदस्यीय कमेटी करेगी जांच
Shahjahanpur Medical College Case आपरेशन के दौरान महिला के पेट में कपड़ा छोड़ने के प्रकरण की जांच महिला सीएमएस ने करने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने मामला प्राचार्य के स्तर का होने की बात कही है।
बरेली, जेएनएन। Shahjahanpur Medical College Case : आपरेशन के दौरान महिला के पेट में कपड़ा छोड़ने के प्रकरण की जांच महिला सीएमएस ने करने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने मामला प्राचार्य के स्तर का होने की बात कही है। जिसके बाद प्राचार्य ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की है। इस लापरवाही को डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने जल्द इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
तिलहर थाना क्षेत्र के रमापुर उत्तरी गांव निवासी मनोज कुमार की पत्नी नीलम ने छह जनवरी को राजकीय मेडिकल कालेज में आपरेशन से बेटी को जन्म दिया था। आपरेशन के दौरान डाक्टर ने कपड़ा पेट में ही छोड़ दिया था। महिला का इन दिनों लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। इस मामले की जानकारी होने पर आइजीआरएस पोर्टल व डीएम को पत्र देकर शिकायत की गई थी।
प्राचार्य डा. राजेश कुमार ने महिला सीएमएस डा. अनीता धसमाना को मामले की जांच सौंपी थी। उनका दो दिन पहले ही यहां से स्थानांतरण हो गया। ऐसे में नये सीएमएस डा. अशोक रस्तोगी के पास जांच पहुंच गई। लेकिन डा. रस्तोगी ने इस मामले की जांच करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने प्राचार्य को पत्र भेजा है जिसमे कहा है कि यह मामला प्राचार्य या फिर संबंधित विभागाध्यक्ष के स्तर का है। ऐसे में प्राचार्य ने आनन-फानन में तीन सदस्यीय टीम गठित की है। जिसमे डॉ. अर्चना मिश्रा, सर्जन डा. विमोर कुमार व नर्सिंग अधीक्षक संदेश कुमार शामिल है।
सीएमएस से ली जानकारी
डीएम इंद्र विक्रम सिंह इस तरह की लापरवाही को लेकर स्वयं गंभीर है। उन्होंने सीएमएस डा. एयूृपी सिन्हा को मंगलवार को फोन कर पूरे प्रकरण की जानकारी ली। इसके अलावा मामले की गंभीरता से जांच कराकर जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा है। साथ ही अन्य डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों से पूरी निष्ठा के साथ ड्यूटी कराने के लिए निर्देशित किया है।
तीन सदस्यीय टीम को गठित कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।- डा. राजेश कुमार, प्राचार्य मेडिकल कालेज