बरेली में कोरोना जांच के नाम पर हो रही अवैध वसूली, 700 रुपये के ट्रूनेट टेस्ट को लिए जा रहे 1900 रुपये

कोरोना संक्रमण की वजह से जिले में जांच कराने वालों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में शहर की एक ऐसी लैब भी है जहां 700 रुपये की ट्रूनेट जांच के एवज में 1900 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। ऊपरी कमाई के मामले की जांच चल रही है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 11:01 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 11:01 AM (IST)
बरेली में कोरोना जांच के नाम पर हो रही अवैध वसूली, 700 रुपये के ट्रूनेट टेस्ट को लिए जा रहे 1900 रुपये
जांच के आदेश मिलने के बाद से अभी तक 17 लाख रुपये से ज्यादा अवैध वसूली का अनुमान।

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की वजह से जिले में जांच कराने वालों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में आपदा में अवसर तलाशते हुए शहर की एक ऐसी लैब भी है जहां 700 रुपये की ट्रूनेट जांच के एवज में 1900 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। ऊपरी कमाई के मामले की जांच स्वास्थ्य महकमे के एक वरिष्ठ अधिकारी तक पहुंचने के बाद जांच चल रही है।

बताया जाता है कि जुलाई से अभी तक 17 लाख रुपये से ज्यादा अतिरिक्त वसूली लैब संचालक कर चुके हैं।एसीएमओ डॉ. आरएन गिरी ने बताया कि निजी लैब में कोरोना जांच को लेकर शिकायत मिली है, जांच ने लैब प्रबंधन की भूमिका संदिग्ध है, जांच पूरी होने पर संबंधित लैब पर नियमानुसार कार्रवाई की जयेगी।

क्या है पूरा मामला

पिछले साल अप्रैल महीने से जिले में कोरोना केस बढ़ने शुरू हुए थे। तब से आज तक हजारों की संख्या में संक्रमित सामने आ चुके हैं। संक्रमण बढ़ने लगा तो सरकारी के साथ कुछ प्राइवेट लैब को भी जांच के लिए अधिकृत किया गया।बस यहीं से खेल शुरू हो गया। सरकार ने 700 रुपये में ट्रूनेट जांच के आदेश दिए थे। लेकिन कई निजी लैब ऊपरी दाम वसूल रहे हैं। 1900 रुपये तक वसूली की जा रही है।

घर आकर सैंपलिंग की 900 रुपये फीस

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बताते हैं कि लैब जाकर जांच कराने पर 700 रुपये का शुल्क है।वहीं, अगर घर बुलवाकर जांच करानी है तो इसके लिए 900 रुपये प्रति सैंपल फीस तय हुई थी।लेकिन निजी लैब इससे दो से तीन गुना तक अवैध रूप से वसूल रही हैं।

पॉजिटिव-निगेटिव में भी खेल की आशंका 

बताया जाता है कि कुछ प्राइवेट लैब में ट्रूनेट जांच निगेटिव आने पर भी पॉजिटिव रिपोर्ट दी जा रही है। इसके पीछे मनमाने रेट की वसूली तो है ही, इसके साथ ही एक घर में पॉजिटिव बताने पर ज्यादा से ज्यादा लोगों के टेस्ट भी करने को मिलते हैं। वहीं, दोबारा टेस्ट भी होता है। ऐसे में निजी लैब संचालक फर्जीवाड़ा कर चांदी कूट रहे हैं।

एसीएमओ बदायूं से भी अतिरिक्त वसूले

सरकारी महकमे तक बात तब पहुंची जब कुछ दिन पहले एसीएमओ बदायूं ने इसी लैब से स्वजन की जांच कराई। यहां जब 1900 रुपये प्रति जांच के हिसाब से बिल थमाया गया। तो एसीएमओ ने शासन की ओर से कम फीस होने की बात कही। स्टाफ ने मना कर दिया। इस पर एसीएमओ ने अपना परिचय दिया। तब लैब ने अतिरिक्त लिए रुपये वापस लौटाए थे।

निजी लैब में पॉजिटिव, सरकारी में निगेटिव तो हमें बताएं

अगर आपने भी किसी लैब में कोरोना टेस्ट कराया है, वहां रिपोर्ट निगेटिव मिली है। वहीं, इसी समय के आसपास सरकारी या किसी अन्य लैब में कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। तो अपनी रिपोर्ट हमें 9690470222 नंबर पर वाट्सएप करें।प्रमुख केस हम प्रकाशित करेंगे।

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