अवैध डेयरियों पर कसेगा शिकंजा, लगेगा व्यावसायिक कर

शहर में अवैध तरीके से चल रही सभी डेयरियों पर अब व्यावसायिक कर लगाया जाएगा। इसकी तैयारी अधिकारियों ने शुरू कर दी है। करीब पांच गुना अधिक टैक्स लगने पर संचालक डेयरी शिफ्ट करने के लिए सोचने को मजबूर होंगे

By Vivek BajpaiEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 10:52 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 10:52 AM (IST)
अवैध डेयरियों पर कसेगा शिकंजा, लगेगा व्यावसायिक कर
नगर निगम के बीते दिनों किए गए सर्वे में शहर के अंदर करीब ८६० डेयरियां संचालित हैं

 बरेली,जेेएनएन।  शहर में अवैध तरीके से चल रही डेयरियों को बाहर निकालने के लिए अब नगर निगम तुरुप का इक्का  इस्तेमाल करेगा। सभी डेयरियों पर अब व्यावसायिक कर लगाया जाएगा। इसकी तैयारी अधिकारियों ने शुरू कर दी है। करीब पांच गुना अधिक टैक्स लगने पर संचालक डेयरी शिफ्ट करने के लिए सोचने को मजबूर होंगे।

नगर निगम क्षेत्र में ८० वार्ड हैं। जिनमें करीब आठ सौ से भी अधिक डेयरियां अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं। आलम यह है कि इन डेयरियों से निकलने वाला गोबर नालियों और सीवर में बहाया जा रहा है। इससे सीवर लाइनें और नालियां चोक हो रही हैं। डेयरियों से गोबर उठाकर सड़कों के किनारे फेंक दिया जाता है। इससे शहर में गंदगी बढ़ रही हैं। नगर निगम वर्षों से इन डेयरियों को शहर के बाहर निकालने के प्रयास कर रहा है, लेकिन अब तक डेयरियां बाहर शिफ्ट नहीं हो पाई हैं। शहर को गंदा करने वाली ये डेयरियां आवासीय इलाकों में खुली हैं और इनके संचालक अब तक घरेलू टैक्स ही जमा कर रहे हैं। ऐसे में अब निगम ने इन डेयरियों को व्यावसायिक गतिविधि मानते हुए उस पर व्यावसायिक टैक्स लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।

शहर में ८६० अवैध डेयरियां

नगर निगम के बीते दिनों किए गए सर्वे में शहर के अंदर करीब ८६० डेयरियां संचालित हैं। इनमें स्मार्ट सिटी के एरिया बेस डेवलेपमेंट क्षेत्र में ही ढाई सौ से अधिक डेयरियां चल रही हैं। इन डेयरियों में पूरी मनमानी संचालक कर रहे हैं। पांच साल पहले इन्हेंं शहर से बाहर शिफ्ट करने के प्रयास निगम ने किए थे। उस वक्त कई संचालकों ने बाहरी क्षेत्रों में जमीने खरीद भी ली थी, लेकिन शिफ्ट नहीं हुए।

कई डेयरियों से नहीं मिलता टैक्स

शहर में संचालित डेयरियों से अब व्यावसायिक टैक्स वसूलने की तैयारी है, लेकिन खास बात यह है कि शहर में अभी तक कई डेयरी संचालक घरेलू टैक्स भी नहीं दे रहे हैं। अधिकतर डेयरियां घरों से ही संचालित हो रही हैं, कइयों में निगम ने अब तक टैक्स ही नहीं लगाया है। ऐसी सभी डेयरियों को सूचीबद्ध किया जा रहा है।

एनजीटी के आदेश पर भी नहीं थमा प्रदूषण

नालियों व सीवर लाइन में गोबर मिलाकर प्रदूषण करने वालों के खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने अर्थदंड लगाने के निर्देश दिए हुए हैं। नगर निगम ने बीते समय में कुछ डेयरी संचालकों पर पचास हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया, बावजूद इसके संचालक शहर से बाहर नहीं गए।               

वर्जन

शहर के अंदर संचालित डेयरियों में व्यावसायिक गतिविधियां की जा रही हैं। ऐसी डेयरियों पर नगर निगम व्यावसायिक टैक्स लगाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द टैक्स की वसूली शुरू कर दी जाएगी।

अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त

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