मसाले वाली खेती कीजिए तो मिलेगा अनुदान, मुनाफा के लिए धनियां, मिर्च के साथ लगाए गेंदा और गुलाब
National Horticulture Mission Scheme News धनिया मिर्च समेत मसाले वाली खेती करने के लिए जिला उद्यान किसानों को प्रोत्साहित करने का काम करेगा। इसके साथ ही गेंदा गुलाब फूल लगाकर भी किसान अधिक आय कमा सकते हैं। इनकी खेती पर उद्यान विभाग की ओर से अनुदान मिलेगा।
बरेली, जेएनएन। National Horticulture Mission Scheme News : धनिया, मिर्च समेत मसाले वाली खेती करने के लिए जिला उद्यान किसानों को प्रोत्साहित करने का काम करेगा। इसके साथ ही गेंदा, गुलाब फूल लगाकर भी किसान अधिक आय कमा सकते हैं। इनकी खेती पर उद्यान विभाग की ओर से अनुदान मिलेगा।
सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए फूलों की व्यावसायिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। पॉली हाउस बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है। राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत जिले में फूलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। गेंदा सबसे अधिक बिकने वाला फूल है। धार्मिक अवसर हो या सामाजिक कार्यक्रम, इसकी मांग जरूर होती है।
इस बार उद्यान विभाग को चार हेक्टेयर में गेंदा फूलों की खेती का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए 16 हजार रुपये अनुदान दिया जाएगा। इसी प्रकार उद्यान विभाग मसालों की खेती के लिए बढ़ावा दे रहा है। बागवानी मिशन के तहत 60 हेक्टेयर में मसालों की खेती की जानी है। इसमें धनिया, मिर्च, लहसुन, प्याज की खेती पर जोर दिया जा रहा है। ताकि किसानों को जल्द ही फसल की कीमत मिल सके।
निश्शुल्क वितरित किया गया बीज
जिला उद्यान अधिकारी पुनीत पाठक ने बताया कि प्याज व लहसुन की खेती को बढ़ावा देने के लिए जिले में 49 हेक्टेयर में खेती के लिए निश्शुल्क बीज वितरित किया गया है। जिसमें 17 क्विंटल लहसुन, 50 किलो प्याज का बीज शामिल है। इसी प्रकार शिमला मिर्च के लिए 37 हजार प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान दिया जा रहा है। जबकि हरी मिर्च में 68 हजार व धनिया की खेती के लिए 27 हजार का अनुदान एक हेक्टेयर के लिए दिया जा रहा है।
तीन पॉली हाउस की मिली स्वीकृति
जिले में वर्तमान में छह पॉली हाउस संचालित हो रहे है। जबकि शासन से तीन और पॉली हाउस को स्वीकृति मिल गई है। इसके अलावा जिला उद्यान ने एक और पॉली हाउस को अनुमति दिए जाने के लिए फाइल शासन को भेजी है।
फूल के साथ ही मसालों की खेती पर विभाग जोर दे रहा है। शासन की ओर से इन सभी की खेती करने वाले किसानों की सहायता के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है। - पुनीत पाठक, जिला उद्यान अधिकारी