बरेली में आइडीएसपी की लापरवाही, बच्चे की जगह मां काे बनाया डेंगू पाजिटिव, जानिए पूरा मामला

एक तरफ डेंगू संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य महकमे के कुछ अधिकारी सजगता बढ़ाने की जगह आज भी लापरवाही बरत रहे हैं। इस बार फिर मामला इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आइडीएसपी) यानी एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम विभाग से जुड़ा है

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 04:58 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 04:58 PM (IST)
बरेली में आइडीएसपी की लापरवाही, बच्चे की जगह मां काे बनाया डेंगू पाजिटिव, जानिए पूरा मामला
बरेली में आइडीएसपी की लापरवाही, बच्चे की जगह मां काे बनाया डेंगू पाजिटिव

बरेली, जेएनएन।  : एक तरफ डेंगू संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य महकमे के कुछ अधिकारी सजगता बढ़ाने की जगह आज भी लापरवाही बरत रहे हैं। इस बार फिर मामला इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आइडीएसपी) यानी एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम विभाग से जुड़ा है, जहां सीबीगंज के केस में दो बच्चे डेंगू संक्रमित होने की जगह मां का नाम डेंगू पाजिटिव में चढ़ा दिया, जबकि उनकी जांच ही नहीं हुई थी।

दरअसल, हुआ यूं कि सीबीगंज, मथुरापुर में एक परिवार दो बच्चों को बुखार था। कार्ड टेस्ट से हुई प्राथमिक जांच में डेंगू आया, इसके बाद एलाइजा जांच की गई। इसमें भी रिपोर्ट पाजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग की आइडीएसपी यूनिट को जानकारी दी गई, लेकिन यूनिट से निरोधात्मक कार्रवाई के लिए जिन विभागों को जानकारी भेजी गई, उनमें मां का नाम था। जिला मलेरिया अधिकारी डा.देशराज सिंह ने बताया कि आइडीएसपी से गलत जानकारी मिली थी। सीबीगंज में दो बच्चों की जगह मां का नाम रिपोर्ट में भेजा गया। इसका पता टीम के मौके पर पहुंचने के बाद चला।

महिला अस्पताल में ही मरीजों को मलेरिया का खतरा

जिला महिला अस्पताल कहने के लिए तो नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड (एनक्यूएस) क्वालिफाइड है। लेकिन यहां मरीजों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा हैं। यहां इमरजेंसी गेट पर सीवर चोक होने के चलते पिछले गंदा पानी भरा हुआ है। मरीजों ने कई बार इसकी शिकायत भी की, लेकिन अफसरों ने एक न सुनी।हैरत की बात यह है कि इस पानी में मच्छर का लार्वा पनप रहा है। ऐसे में अस्पताल के अंदर ही मरीजों में मलेरिया फैलने का डर बना हुआ है।

हालांकि जिला महिला अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी मामले में अनभिज्ञता जाहिर करते अस्पताल परिसर का निरीक्षण करने की बात कह रहे हैं। वहीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.अलका शर्मा ने बताया कि प्राइम क्लीनिंग स्टाफ को सुबह ही सीवर को साफ करने के आदेश दिए गए थे, अगर ऐसा नहीं किया गया है तो संबंधित सुपरवाइजर से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

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