दुष्कर्म मामले में सीबीसीआइडी जांच में कैसे खुली पुलिस की पोल Bareilly News
दुष्कर्म मामले में पुलिस की संजीदगी और संवेदनशीलता के दावों की कलई जिले के एक मामले में सीबीसीआइडी की जांच में खुल गई। पीड़िता की तहरीर के बावजूद उसे मुकदमा कई दिन बाद लिखा।
जेएनएन, बरेली : दुष्कर्म मामले में जिले की पुलिस की संजीदगी और संवेदनशीलता के दावों की कलई जिले के एक मामले में सीबीसीआइडी की जांच में खुल गई। पीड़िता की तहरीर के बावजूद उसे मुकदमा कई दिन बाद लिखा। इसमें दारोगा की लापरवाही सामने आई है। बुधवार को सीबीसीआइडी के इंस्पेक्टर ने दारोगा के खिलाफ बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया।
लापरवाही से हुई न्याय मिलने में देरी : थाना बारादरी की चौकी मॉडल टाउन क्षेत्र में वर्ष 2013 में एक युवती के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। इस मामले में मुकदमा कई दिन बाद दर्ज हुआ। पीड़िता की मांग पर शासन से जांच सीबीसीआइडी को दी गई। सीबीसीआइडी की जांच में पाया गया कि विवेचना कर रहे तत्कालीन चौकी इंचार्ज मॉडल टाउन धर्मेद्र सिंह संधू ने मुकदमा दर्ज करने में ही हीलाहवाली की। गंभीर मामले में लापरवाही करने के चलते पीड़िता को न्याय मिलने में देरी हुई।
इसलिए दारोगा पर दर्ज कराया गया मुकदमा : सीबीसीआइडी के निरीक्षक शिवराज सिंह की तहरीर पर दारोगा के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। इस संबंध में एसएसपी शैलेश पांडेय का कहना है कि सीबीसीआइडी ने दारोगा की लापरवाही पाई है। इसके चलते ही मुकदमा दर्ज किया गया है।