जब स्कूल में पढ़ाया नहीं तो कैसे मिल सकता अवार्ड, डायट से संबद्ध शिक्षक की अवार्ड के लिए दावेदारी पर उठे सवाल

President Teacher Award जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से संबद्ध शिक्षक के राज्यपाल पुरस्कार आवेदन पर सवाल उठने लगे हैंं। भावलखेड़ा विकास खंड स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिनेश चंद्र सक्सेना ने मानकों को दरकिनार कर किए आवेदन की संस्तुति पर भी आपत्ति जताई है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:27 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:27 PM (IST)
जब स्कूल में पढ़ाया नहीं तो कैसे मिल सकता अवार्ड, डायट से संबद्ध शिक्षक की अवार्ड के लिए दावेदारी पर उठे सवाल
प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने डायट से संबद्ध चले रहे प्राथमिक शिक्षक राज्यपाल पुरस्कार की दावेदारी पर उठाए सवाल

बरेली, जेएनएन। President Teacher Award : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से संबद्ध शिक्षक के राज्यपाल पुरस्कार आवेदन पर सवाल उठने लगे हैंं। भावलखेड़ा विकास खंड स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिनेश चंद्र सक्सेना ने मानकों को दरकिनार कर किए आवेदन की संस्तुति पर भी आपत्ति जताई है। बीएसए स्तर से संतुष्ट न होने पर उन्होंने शिक्षा निदेशक से शिकायत की है।

जून में राष्ट्रपति व राज्यपाल पुरस्कार के लिए शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे।बेसिक शिक्षा परिषद के पूर्व माध्यमिक विद्यालय निजामपुर गौटिया के सहायक अध्यापक डा. अरुण कुमार गुप्ता ददरौल तथा भावलखेड़ा विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय सिसौआ के प्रधानाध्यापक दिनेश चंद्र सक्सेना ने भी पुरस्कार के लिए आवेदन किया। इसके लिए पूर्व माध्यमिक विद्यालय सहवेगपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक नफीस खां, बबिता श्रीवास्तव सिंधौली, अनुराधा गौतम सिंधौली, विवेक कुशवाहा जलालाबाद, पल्लवी वर्मा पुवायां तथा तिलहर ब्लाक के शिक्षक अशीष सक्सेना ने आवेदन किया था। 

जांच में दो आवेदन खारिजः राज्य पुरस्कार के लिए गठित समिति ने जांच में दो शिक्षकोंं के आवेदन खारिज कर दिए गए। सिधौंली की अनुराधा गौतम तथा जलालाबाद के विवेक कुशवाहा की पांच वर्ष की सेवा पूरी न होने पर पुरस्कार के लिए योग्य नहीं माना गया है। शेष सभी आवेदनों को संस्तुति के साथ भेज दिया गया है। समिति में बीएसए सुरेंद्र सिंह समेत डायट प्राचार्य अचल कुमार मिश्रा भी शमिल रहे। शाहजहांपुर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि नियमों के तहत राज्यपाल पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों के ही आवेदन पर ही विचार किया गया था। जांच में दो आवेदन निरस्त किए गए है। शेष सभी को संस्तुति के साथ मुख्यालय को भेज दिया गया है। शिकायत में लगाए गए आरोपोंं की भी जांच की गई। 

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