हास्पिटल ने महिला की गलत रिपोर्ट थमाई, अब हो सकती है हास्पिटल पर कार्रवाई
कोरोना काल में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती महिला को पॉजिटिव बताकर कोविड हॉस्पिटल ने रेफर कर दिया था जबकि महिला कोरोना पॉजिटिव नहीं थी। इसके चलते महिला की मौत हो गई थी। अब हास्पिटल पर कार्रवाई हो सकती है।
बरेली, जेएनएन। कोरोना काल में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती महिला को पॉजिटिव बताकर कोविड हॉस्पिटल ने रेफर कर दिया था, जबकि महिला कोरोना पॉजिटिव नहीं थी। इसके चलते महिला की मौत हो गई थी। मृतक महिला के परिजन ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ से मामले में कार्रवाई की मांग की थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने एसीएमओ को मामले की जांच सौंपी थी। मंगलवार को एसीएमओ ने जांच रिपोर्ट सीएमओ को सौंपी जिसमें परिजनों की ओर से लगाए आरोप पुष्ट मिले हैं। एसीएमओ डॉ.आरएन गिरी ने रिपोर्ट में हॉस्पिटल की लापरवाही से बताई है। साथ ही गलत रिपोर्ट की वजह से स्वजन के मानसिक त्रासदी का शिकार होने की बात लिखी है।
क्या है पूरा मामला
बीते 26 दिसंबर को स्टेडियम रोड निवासी मनोरमा गुप्ता की घर पर हालत बिगड़ी तो परिजनों ने उन्हें स्टेडियम रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां मनोरमा नाम की ही एक दूसरी महिला भी भर्ती थीं। दोनों का ही कोरोना का सैंपल जांच के लिए निजी लैब भेजा गया। जांच रिपोर्ट आने पर मनोरमा गुप्ता को कोविड पॉजिटिव मानकर प्रबंधन ने कोविड हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। जबकि हॉस्पिटल में भर्ती दूसरी महिला कोरोना पॉजिटिव थी, मनोरमा गुप्ता की रिपोर्ट निगेटिव थी। वहीं कोविड हॉस्पिटल में भी उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इलाज के दौरान उन्होने दम तोड़ दिया। हॉस्पिटल की लापरवाही की भनक लगने पर परिजनों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ को कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत की थी।
ये आरोप हुए पुष्ट
दोनों ही महिला पेशेंट्स की कोरोना जांच अलग-अलग निजी लैब भेजी गई थी तो प्रबंधन ने गौर क्यों नहीं किया।
आयुष्मान कार्ड होने पर भी योजना का लाभ नहीं दिया गया। इससे आर्थिक लाभ नहीं मिला।
कोविड निगेटिव होने पर भी मृतक महिला मरीज का अंतिम संस्कार कोविड मानक के तहत हुआ, इससे परिवार के सदस्यों को शव तक छूने को नहीं मिला। इससे मानसिक त्रासदी का सामना करना पड़ा।
क्या कहा सीेएमओ ने
मामले में जांच रिपोर्ट मिल गई है। हॉस्पिटल की लापरवाही और गलत रिपोर्ट संबंधी परिजनों के आरोप जांच में पुष्ट मिले हैं। आपदा संबंधी मामले में लापरवाही करने पर नियमानुसार कार्रवाई के बाबत मुख्यालय से दिशा-निर्देश लिया जाएगा।
डॉ. एसके गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी