हेलाे। बरेली एसपी को गोली मार दी गई है...चार घायल हैं, जल्दी एंबुलेंस भेजो

हेलो! बरेली एसपी को गोली मार दी गई है। चार लोग घायल अवस्था में पड़े हैं। जल्दी एंबुलेंस भेजाे। एसपी की जान चली गई है। डायल 112 पर एक फोन काल के जरिए दी गई इस सूचना से बरेली ही नहीं लखनऊ तक हड़कंप मच गया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:52 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:52 AM (IST)
हेलाे। बरेली एसपी को गोली मार दी गई है...चार घायल हैं, जल्दी एंबुलेंस भेजो
हेलाे। बरेली एसपी को गोली मार दी गई है...चार घायल हैं, जल्दी एंबुलेंस भेजो

बरेली, जेएनएन। हेलो! बरेली एसपी को गोली मार दी गई है। चार लोग घायल अवस्था में पड़े हैं। जल्दी एंबुलेंस भेजाे। एसपी की जान चली गई है। डायल 112 पर एक फोन काल के जरिए दी गई इस सूचना से बरेली ही नहीं लखनऊ तक हड़कंप मच गया। वायरलेस से पूरे जिले में सूचना प्रसारित की गई। घटनास्थल पर बारादरी पुलिस दौड़ी। चप्पा-चप्पा छाना गया। शरारती तत्व की हरकत सामने आई। फोन नंबर के आधार पर बारादरी पुलिस ने जगतपुर निवासी 14 वर्षीय किशोर फरमान को उठाया। पूछताछ में उसने दुकान मालिक की हरकत बताई। कहा कि दुकान मालिक उससे फोन कराता था। इधर, फरमान के पकड़े जाने के बाद युसुफ फरार हो गया। बारादरी पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।

दरअसल, यह सूचना दी गई मंगलवार को। सूचना देने वाले व्यक्ति ने कहा कि हमारे नंबर को गुप्त रखा जाए। इसके बदले उसने एक दूसरा नंबर देते हुए कहा कि घटनास्थल पर पहुंचने पर इस नंबर पर बात की जा सकती है। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद कोई हलचल न होने पर पुलिस ने कालर द्वारा दिये गए संबंधित नंबर पर फोन करना शुरू किया तो वह स्विच आफ जाता रहा। इसी के बाद सर्विलांस के जरिए सीडीआर निकलवाई गई। पुलिस ने फरमान को उठाया।

उसने बताया कि वह दसवीं का छात्रा है और जगतपुर मोहन तालाब निवासी युसुफ के यहां मोटर मैकेनिक का काम सीखता है। मोटर मैकेनिक युसुफ ही उससे फोन कराता है। अलग-अलग सिम भी वह मुहैया कराता है। पुलिस काे उस पर शक न हो, इसलिए आस-पास के व्यापारियों का नंबर देने के साथ बीच-बीच में खुद अपना नंबर देता है। अबकी बार उसकी चालाकी काम न आई। एसपी को गोली मारे जाने जैसी गलत सूचना पर वह घिर गया। नाबालिग होने के चलते फरमान को बारादरी पुलिस ने अंतिम चेतावनी देते हुए छोड़ दिया। घरवालों की सुपुर्दगी में वह दिया गया।

छह महीने में 17 अलग-अलग फोन नंबरों से दी सौ फर्जी सूचनाएं

छह महीने से डायल 112 व बरेली पुलिस के लिए फर्जी काल सिरदर्द बनी हुई थीं। जांच में सामने आया कि युसुफ ने छह महीने पर अलग-अलग नामों से 17 सिम कार्ड खरीदे। इन सिमों के जरिए ही डायल 112 पर सौ से अधिक फर्जी सूचनाएं देकर सनसनी मचाई गई। हैरानी वाली बात यह सामने आई कि फोन करने के बाद संबंधित नंबर को युसुफ बंद कर देता और दोबारा उस नंबर से फोन भी नहीं करता। फरमान ने पुलिस को बताया कि 15 दिन पहले ही एक नया सिम फर्जी काल के लिए युसुफ ने खरीदा था। मोटर मैकेनिक आरोपित खुद को यूट्यूबर के साथ कथित मीडियकर्मी भी बताता है।

इस्लामिया मैदान में हत्या की सूचना देकर मचाई थी सनसनी

जांच में यह भी सामने आया कि बीते दिनों कोतवाली क्षेत्र के इस्लामिया मैदान में इसी कालर के जरिए हत्या की झूठी सूचना दी थी। तभी ही कोतवाली पुलिस ने मोबाइल नंबर से किशोर को ट्रेस कर पकड़ा था लेकिन, तब किशोर बताकर आरोपित युसुफ ही उसे छुड़ा लाया था। हैरानी की बात सामने आई कि सैटेलाइट चौराहे से युवती के सरेराह अपहरण की सूचना दी गई। बीते 17 नवंबर को भी बारादरी क्षेत्र में अनहोनी की फर्जी सूचना भी दी गई। मामले में बारादरी पुलिस ने अज्ञात फोन नंबरों पर रिपोर्ट भी दर्ज की थी।

वर्जन

किशाेर को अंतिम चेतावनी देते हुए उसके स्वजन को सुपुर्द कर दिया गया है। आरोपित युसुफ का मुकदमे में नाम बढ़ाने के साथ उसकी व उसे फर्जी प्रपत्रों पर सिम उपलब्ध कराने वाले की तलाश की जा रही है।

- नीरज मलिक, इंस्पेक्टर, बारादरी

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