Health Tips : अर्धकटी चक्रासन बनाता है रीढ़ के साथ फेफड़ों को मजबूत, आइये जानें कैसे करते हैं इसे
फेफड़ों को मजबूत करना इस समय कितना जरुरी है। इस बात को अब लोग भलीभांति समझ चुके हैं। जहां एक ओर लोग आयुर्वेद का सहारा ले रहे हैं। योगासन पर भी ध्यान दे रहे हैं। श्वसन तंत्र के साथ पूरे शरीर को ताड़ासन और अर्धकटी चक्रासन मजबूत बनाता है।
बरेली, जेएनएन। फेफड़ों को मजबूत करना इस समय कितना जरुरी है। इस बात को अब लोग भलीभांति समझ चुके हैं। जहां एक ओर लोग आयुर्वेद का सहारा ले रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर योगासन पर भी ध्यान दे रहे हैं। डाॅ. राजेश शर्मा बता रहे हैं श्वसन तंत्र के साथ पूरे शरीर को ताड़ासन और अर्धकटी चक्रासन से कैसे मजबूत बना सकते हैं।
ताड़ासन
दोनों पैरों पर सामान्य रुप से खड़े हो जाएं। फिर धीरे-धीरे सांस भरते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं। ऊपर की ओर ले जाकर दोनों हाथों की उंगलियों को एक-दूसरे में फंसाकर पंजों के बल खड़े होकर सांस खीचें। इसके साथ ही अपनी आंखों को किसी बिंदु पर केंद्रित कर लें। यह अभ्यास 10-15 सेकंड तक करें। इसे 5 से 6 बार तक कर सकते हैं। इस आसन से एकाग्रता बढ़ती है। श्वसन के साथ करने से पिंडलियों सहित फेफड़े मजबूत बनते हैं।
अर्ध कटी चक्रासन
इस आसन में पैरों पर खड़े होकर सीधे हाथ की तरफ से लंबी सांस लें। इसके बाद सांस लेते हुए हाथ को कान के पास लाएं। और धीरे-धीरे सांस लेते रहे। इसके बाद कमर को नीचे करते हुए धीरे-धीरे सांस लेते हुए झुक जाएं। झुककर धीरे-धीरे सांस सांस छोड़े। इस आसन से रीढ़ की हड्डी के साथ हमारा श्वसन तंत्र मजबूत होता है। फेफड़ों को बल मिलता है। इस आसन को भी 10- 15 सेकंड के अंतराल में लगाता कर सकते हैं।