बरेली में स्वास्थ्य महकमा शासन के साथ खोजेगा फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर

जिले में 200 से ज्यादा पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं। जबकि हकीकत में संख्या इससे काफी ज्यादा हैं। बीते एक माह से विभाग ने जिले में फर्जी क्लीनिक और अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर कार्रवाई शुरू की है। लेकिन अब कार्रवाई पर शासन की सीधी नजर रहेगी।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 04:02 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 05:09 PM (IST)
बरेली में स्वास्थ्य महकमा शासन के साथ खोजेगा फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर
बरेली में स्वास्थ्य महकमा शासन के साथ खोजेगा फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर

बरेली, जेएनएन।  जिले में 200 से ज्यादा पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं। जबकि हकीकत में संख्या इससे काफी ज्यादा हैं। बीते एक माह से विभाग ने जिले में फर्जी क्लीनिक और अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर कार्रवाई शुरू की है। लेकिन अब कार्रवाई पर शासन की सीधी नजर रहेगी। क्योंकि फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ अभियान के समय प्रशासनिक अधिकारी भी बतौर नोडल साथ मौजूद होंगे।

प्रशासनिक अधिकारी को टीम में शामिल करने की एक वजह यह भी है कि जिन सेंटर्स पर कार्रवाई की जाएगी इसकी रिपोर्ट अधिकारी की ओर से शासन को भेजी जाएगी, शासन स्तर से मॉनिटरिंग होने पर विभागीय खेल पर भी अंकुश लगेगा।

इसलिए की गई कवायद

अक्सर अल्ट्रासाउंड सेंटर्स और क्लीनिक पर कार्रवाई के दौरान सुविधा शुल्क और साठगांठ के आरोप स्वास्थ्य विभाग पर लगते रहे हैं। जांच के दौरान भी झोलाछापों ने इस प्रकार के बयान भी दर्ज कराएं इससे विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है। इस प्रकार की अनियमितताएं भविष्य में न हों, इसलिए कवायद की जा रही है।

अल्ट्रासाउंड सेंटर्स और क्लीनिक का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। विभागीय टीम के साथ ही अब प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल होंगे। जिससे नोकझोंक की घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा, वहीं कार्रवाई में भी पारदर्शिता आएगी। डॉ. एसके गर्ग, सीएमओ

chat bot
आपका साथी