कोविड जांच में खेल : स्वास्थ्य विभाग का फर्जीवाड़ा, हिंदुओ को बना दिया तबलीगी जमात का सदस्य

शायद उस वक्त तब्लीगी जमात के बारे में स्वास्थ्य विभाग से जानकारी नहीं ली गई होगी। अगर ली गई होती तो वह जरूर बताते कि जिले में 28 तब्लीगी हैं। क्योंकि विभाग ने अपने कोविड पोर्टल पर 28 तब्लीगी दर्ज कर रखे हैं।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 07:39 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 01:44 PM (IST)
कोविड जांच में खेल :  स्वास्थ्य विभाग का फर्जीवाड़ा, हिंदुओ को बना दिया तबलीगी जमात का सदस्य
जिन 28 लोगों को तब्लीगी बताया जा रहा है, उनमें 20 हिंदू धर्म के लोग भी हैं।

अंकित गुप्ता

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की शुरुआत में तब्लीगी जमात को लेकर काफी हो हल्ला मचा था। उस समय प्रशासन से लेकर पुलिस तक ने जिले में किसी तब्लीगी के न होने की बात कही थी। शायद उस वक्त तब्लीगी जमात के बारे में स्वास्थ्य विभाग से जानकारी नहीं ली गई होगी। अगर ली गई होती तो वह जरूर बताते कि जिले में 28 तब्लीगी हैं। क्योंकि विभाग ने अपने कोविड पोर्टल पर 28 तब्लीगी दर्ज कर रखे हैं। बड़ी बात यह कि जिन 28 लोगों को तब्लीगी बताया जा रहा है, उनमें 20 हिंदू धर्म के लोग भी हैं।
मार्च में जब देश में कोरोना के केस मिलने शुरू हुए तो इसकी वजह तलाशी जा रही थी। संक्रमण विदेश से आ रहा है, ऐसी चर्चा थी। बाद में बड़े शहरों पर फोकस किया जाने लगा। इसी बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के एक मरकज में शामिल हुए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद पूरे देश में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की तलाश की जाने लगी। जिले में भी तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के आने की खूब अफवाह उड़ी। उनके यहां रहने और रुकने के कुछ सुबूत भी मिले। बाद में पता चला कि जो लोग यहां रुके, वह लोग दिल्ली में हुए मरकज में शामिल नहीं हुए थे। जिला प्रशासन और पुलिस ने दावा किया था जिले में तब्लीगी जमात से जुड़े लोग नहीं हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसके इतर दावा कर रहा है। विभाग के कोविड-19 पोर्टल पर तब्लीगी जमात का एक कॉलम है। इसके अनुसार जिले में जांच कराने वालों में तब्लीगी जमात से जुड़े 28 लोग शामिल हैं। इसमें कुछ लोगों की जांच अप्रैल में जबकि कुछ लोगों की जांच अक्टूबर में दर्शाई गई है। पोर्टल पर दर्ज इन 28 लोगों में ङ्क्षहदू धर्म से जुड़े 20 लोगों के नाम भी शामिल हैं। इससे साफ है कि पोर्टल पर डेटा अपलोड किए जाने में गड़बड़ी और लापरवाही की गई है।

यह है तब्लीगी जमात
तब्लीगी जमात एक रूढि़वादी समूह है, जो इस्लामिक विचारों और पारंपरिक इस्लाम का अनुमोदन करता है। एक तरह से यह प्रशिक्षित मिशनरी होते हैं। यह बताते हैं कि उन्होंने अपना जीवन इस्लाम के नाम कर दिया है। वह अब इस्लाम के प्रचार-प्रसार का काम कर रहे हैं। जमात का मतलब लोगों का समूह होता है।

एक बड़े व्यापारी का नाम भी शामिल

स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर तब्लीगी जमात के कॉलम में जिन लोगों के नाम शामिल हैं, उनमें शहर के एक बड़े व्यापारी भी हैं। इसके अलावा चार से आठ वर्ष तक के चार बच्चों और पांच महिलाओं को भी कोविड पोर्टल पर तब्लीगी जमात में शामिल कर दिया गया है।

क्या कहते हैं अधिकारी
 सीएमओ विनीत कुमार शुक्ला का कहना है कि इस संबंध में अभी बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है। तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के बारे में कोविड की शुरुआत में ही चर्चा हुई थी। उस समय कोई तब्लीगी जमात का व्यक्ति नहीं था। अगर पोर्टल पर हिंदू लोगों को तब्लीगी जमात के कालम में शामिल किया गया है, तो यह गलत है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
 

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