हरिद्वार के पानी से शाहजहांपुर में बढ़ा खतरा, बाढ़ चौकियों को किया अलर्ट, मांगी लेटेस्ट रिपोर्ट
भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। कई क्षेत्रों में सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है। इससे आवागमन बाधित हुआ है । उधर हरिद्वार से गंगा नदी में 341748 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
बरेली, जेएनएन। : भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। कई क्षेत्रों में सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है। इससे आवागमन बाधित हुआ है । उधर हरिद्वार से गंगा नदी में 341748 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। बाढ़ खंड प्रभारी व सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट करने के साथ अद्यतन रिपोर्ट मांगी है।
सोमवार शाम शुरू हुई बारिश से जनपद पानी पानी हो गया है। तिलहर, जलालाबाद, निगोही में सर्वाधिक प्रभाव पड़ा है। इन क्षेत्रों में 244 से लेकर 250 मिलीमीटर तक बारिश हुई है। इससे निगोही में बिलसंडा रोड तिलहर में बरखेड़ा रोड, समेत जैतीपुर जलालाबाद, कलान के कई मार्गो पर जलभराव हो गया है। इससे आवागमन बाधित है। खन्नौज नदी, गर्रा नदी, रामगंगा, गंगा आदि नदियों का तीन फीट तक जलस्तर बढ़ गया है। निगोही में कैमुआ नाला, कांट में गरई, भावलखेड़ा में सुखेता नाला का जलस्तर बढ़ गया है।
उधर हरिद्वार से गंगा नदी में 341748 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। बाढ़ खंड प्रभारी व सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सुनील भास्कर ने सभी वार्ड चौकियों को अलर्ट कर दिया है । उन्होंने बारिश के बाद की अद्यतन रिपोर्ट मांगी है। बारिश से पहले ही उफना रही नदियो में बांधो से छोड़े गए पानी के पहुंचने से सैलाब के हालात बन सकते है।
भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। गंगा नदी में हरिद्वार बैराज से 341748 क्यूसेक पानी छूटा है, जो करीब तीन दिन में बाद नरौरा बैराज पर पहुंचेगा। वर्तमान में नरौरा बैराज से 31 हजार क्यूसेक पानी गंगा में चल रहा है। जनपद में 6 दिन के बाद छोड़े गए पानी का प्रभाव पड़ेगा इस कारण बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है । स्थिति पूरी नजर रखी जा रही है । बाढ़ बचाव के कार्य पहले से ही पूर्ण कर लिए गए हैं। सभी क्षेत्रों से अद्यतन रिपोर्ट भी मांगी गई है। बाढ़ बचाव के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है परेशान होने की जरूरत नहीं। सुनील कुमार भास्कर अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग प्रभारी बाढ़ खंड