Corona Update: जिले के हालात पर शासन की नजर, सीएम ऑफिस से आ रहे फोन

जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा। मौतों का आंकड़ा भी परेशान करने वाला है। इस बीच शासन ने सीधे निगरानी शुरू कर दी।

By Edited By: Publish:Sun, 02 Aug 2020 02:08 AM (IST) Updated:Sun, 02 Aug 2020 09:40 AM (IST)
Corona Update: जिले के हालात पर शासन की नजर, सीएम ऑफिस से आ रहे फोन
Corona Update: जिले के हालात पर शासन की नजर, सीएम ऑफिस से आ रहे फोन

बरेली, अंकित गुप्ता: जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा। मौतों का आंकड़ा भी परेशान करने वाला है। इस बीच शासन ने सीधे निगरानी शुरू कर दी। मरीजों के हालचाल से लेकर दवा भेजने का काम तेजी से किया जा रहा। लखनऊ से आया फोन, तबीयत कैसी है जिले में इस समय कुल सक्रिय मरीज 1500 से अधिक हैं। यह आंकड़ा बीते आठ दिनों में ही बढ़ा है। अब तक जिले में 72 लोगों की मौत हो चुकी है। यही वजह है कि जिले को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। शासन की ओर से यहां लगातार विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजी जा रहीं हैं जो बिगड़ते हालात की वजह जुटाकर शासन को रिपोर्ट दे रहे हैं। वहीं, शुक्रवार को कोविड एल-2 अस्पताल में भर्ती एक संक्रमित के पास मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आया। अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। संक्रमित की ओर से व्यवस्थाएं ठीक बताई गईं। कुछ देर बाद एक अन्य संक्रमित के मोबाइल नंबर पर भी मुख्यमंत्री से फोन आया। तबीयत के बारे में पूछा। खानपान की जानकारी ली। ये दोनों मरीज शुगर से भी पीड़ित हैं। इसके अलावा कोविड एल-2 में ही भर्ती एक अन्य संक्रमित के पास चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री सुरेश खन्ना के ओएसडी का फोन आया। उन्होंने अपना परिचय देकर संक्रमित से अस्पताल की व्यवस्था, खाना, सफाई, डॉक्टरों के आने आदि की जानकारी ली। डायबिटीज व अन्य बीमारियों से ग्रसित संक्रमितों से बात सीएम कार्यालय से जिन संक्रमितों के पास फोन आया वे डायबिटीज या अन्य बीमारियों से ग्रसित थे। इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री के ओएसडी ने जिन तीन संक्रमितों से बात की उन्हें भी डायबिटीज, बुखार आदि की दिक्कत थी। मतलब साफ है कि शासन बीमार संक्रमितों के लिए अधिक फिक्रमंद है। --------- बरेली-मुरादाबाद के मरीजों के लिए शासन से भेजे इंजेक्शन बीते दिनों शासन से आई डॉक्टरों की टीम ने सुझाया था कि गंभीर मरीजों के लिए रेमिडेसिविर एंटी वायरल इंजेक्शन लगाया जाना उचित रहेगा। इसके संतोषजनक परिणाम भी सामने आ चुके हैं। शासन ने इस संस्तुति को माना और इंजेक्शन भेज दिए। बरेली और मुरादाबाद के लिए सौ-सौ इंजेक्शन भेजे गए हैं। ये मरीजों को निश्शुल्क लगाए जाएंगे। इससे पहले कुछ शहरों में ये इंजेक्शन निजी खर्च पर लगवाए जा रहे थे। बरेली और मुरादाबाद, दोनों जगह शासन से चिकित्सकों की टीम आई थी। दोनों टीमों ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। उसमें रेमिडेसिविर एंटी वायरल इंजेक्शन की जरूरत बताई थी। यह इंजेक्शन संक्रमित व्यक्ति में पनपने वाले आरएनए पॉलिमरेज एंजाइम को रोकने का काम करता है। इससे संक्रमण का विस्तार नहीं हो पाता और संक्रमित व्यक्ति की आक्सीजन सैचुरेशन एसपीओ2 (आक्सीजन क्षमता) मेंटेन रहती है। संक्रमितों का आक्सीजन सैचुरेशन 90 प्रतिशत से ऊपर होना चाहिए, लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो उन्हें आक्सीजन देना चाहिए। देखना चाहिए कि अगर संक्रमित प्रति मिनट पांच लीटर आक्सीजन ले रहा है तो ठीक है, लेकिन अगर पांच से ज्यादा लीटर आक्सीजन की जरूरत पड़े तो संक्रमण मरीज के फेफड़ों को नष्ट कर रहा होता है। ऐसे संक्रमितों में रेमडेसिवीर एंटी वायरल इंजेक्शन संक्रमण के विस्तार को रोकने में मददगार होगा। शासन की ओर से आई चिकित्सकों की टीम के सुझाव के बाद मुरादाबाद और बरेली दोनों ही जिलों को सौ-सौ रेमिडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। अब दोनों ही जिलों के संक्रमितों को ये इंजेक्शन निश्शुल्क लगाए जाएंगे। प्रदेश के सात संवेदनशील जिलों में बरेली और मुरादाबाद भी संचारी रोग उत्तर प्रदेश के निदेशक के पत्र के अनुसार रेमिडेसिविर इंजेक्शन प्रदेश के सात जिलों को ही मुहैया कराए गए हैं। सबसे अधिक सौ सौ इंजेक्शन बरेली और मुरादाबाद को दिए गए हैं। जबकि लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिलों को मात्र 20-20 इंजेक्शन ही दिए गए हैं। साफ है कि शासन की नजर में बरेली और मुरादाबाद अधिक संवेदनशील जिलों में शामिल हैं। --------- रेमिडेसिविर इंजेक्शन शासन की ओर से मुहैया करा दिया गया है। जिले को सौ इंजेक्शन दिए गए हैं। यह इंजेक्शन संक्रमितों की जान बचाने के लिए मददगार साबित होंगे। इन्हें जिले के एल-2 और एल-3 अस्पतालों को भेज कर इनका उपयोग करने के लिए कहा गया है। - डा. विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ, बरेली

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