शासन ने मांगा जिले के टॉप 20 यूरिया खरीदने वालों का रिकार्ड

किसानों की बढ़ती डिमांड और इसकी कालाबाजारी के चलते अब शासन ने जिले के सबसे ज्यादा यूरिया की खरीद करने वालों का रिकार्ड मांगा है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 05:35 PM (IST)
शासन ने मांगा जिले के टॉप 20 यूरिया खरीदने वालों का रिकार्ड
शासन ने मांगा जिले के टॉप 20 यूरिया खरीदने वालों का रिकार्ड

बरेली, जेएनएन। किसानों की बढ़ती डिमांड और इसकी कालाबाजारी के चलते अब शासन ने जिले के सबसे ज्यादा यूरिया की खरीद करने वालों का रिकार्ड मांगा है। इसके पहले डीएम नितीश कुमार ने सभी तहसीलों के एसडीएम को ज्यादा दाम पर यूरिया बेंचने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

जिले में धान की बुवाई के चलते यूरिया की डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में न सिर्फ यूरिया की कालाबाजारी हो रही है बल्कि ज्यादा दाम पर भी इसे बेंचा जा रहा है। इसको लेकर डीएम ने अभी पिछले दिन बैठक भी की थी। बैठक में उन्होंने जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया का स्टॉक करने के निर्देश दिए थे। साथ ही सभी एसडीएम से कहा था कि वह तहसीलदार और नायाब तहसीलदार के साथ राजस्व निरीक्षक की टीम गठित करके ज्यादा दाम पर यूरिया बेंचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

अब शासन ने भी जिले के उन 20 विकऱेताओं का सत्यापन करके जांच रिपोर्ट मांगी है, जिन्होंने एक अपऱैल से लेकर 31 जुलाई तक यूरिया उर्वरक की खरीद की है। वही अधिकारियो का कहना है कि जिले में यूरिया की कमी नहीं है। करीब छह से सात हजार टन का स्टॉक है। वहीं अभी दो दिन पहले भी यूरिया की रैक आई है। यूरिया की कमी नहीं है बल्कि किसान तय मात्रा से ज्यादा यूरिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। ज्यादा यूरिया का इस्तेमाल करने से फसल की उपज पर फर्क नही पड़ता है। इस बात को किसान समझ नहीं रहे है। इसकी वजह से ज्यादा डिमांड बढ़ी है।

जिले में यूरिया की किल्लत नहीं है बल्कि किसान यूरिया का ज्यादा उपभोग कर रहे हैं। यूरिया की रैक अभी दो दिन पहले आई है और अभी फिर आने वाली है। धीरेंदऱ चौधरी, जिला कृषि अधिकारी

 

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