बरेली में बड़े पैमाने पर हो रही गोकुशी, नदी में उतरातीं खालें कर रहीं पूरी हकीकत बयां, जानें फिर पुलिस क्यों है अनजान
Gokushi in Bareilly फरीदापुर चौधरी में बड़े पैमाने पर गोकुशी का मामला सामने आया है। किला नदी के किनारे गो-तस्कर पूरा का पूरा अवैध स्लाटर हाउस संचालित कर रहे थे। हैरत की बात यह है कि लंबे समय से चल रहे अवैध स्लाटर हाउस से पुलिस बेखबर थी।
बरेली, जेएनएन। Gokushi in Bareilly : इज्जतनगर के फरीदापुर चौधरी में बड़े पैमाने पर गोकुशी का मामला सामने आया है। किला नदी के किनारे गो-तस्कर पूरा का पूरा अवैध स्लाटर हाउस संचालित कर रहे थे। हैरत की बात यह है कि लंबे समय से चल रहे अवैध स्लाटर हाउस से इज्जतनगर पुलिस बेखबर थी। यह तब है जब किला नदी गोवंशीय पशुओं की खालों से पटी पड़ी है। पशुओं की खाल के चलते आस-पास बदबू इस तरह है कि खड़े होना भी काफी मुश्किल हो रहा था।
राष्ट्रीय याेगी सेना गोरक्षा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को बुधवार शाम सूचना मिली कि इज्जतनगर के फरीदापुर चौधरी रोड नंबर आठ ईदगाह के पीछे बड़े पैमाने पर गोवंशीय पशुओं को काटा जा रहा है। सूचना देने वाले ने बकायदा वीडियो और फोटो भी भेजे जिसमे नदी किनारे खेत पर खून पसरा हुआ था, वहीं नदी में गाय की खाल पड़ी हुई थी। यह देखते ही राष्ट्रीय योगी सेना गोरक्षा प्रकोष्ठ के संगठन मंत्री महंत मनु गिरि, जिला मंत्री हिमांशु पटेल, जिला उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह मौर्य व सदस्य सुभाष मौर्य घटनास्थल पर पहुंचे। नजारा देख लोग दंग रह गए। हिमांशु ने आइजी को ट्वीट कर पूरा वाकया बताया। इसी के बाद इज्जतनगर पुलिस ने हिमांशु से संपर्क किया। घटनास्थल का निरीक्षण चली गई।
कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोई कार्रवाई न होने पर अगले दिन गुरुवार को योगी सेना के सदस्य फिर से घटनास्थल पर पहुंचे। हंगामा खड़ा हुआ तब जाकर इज्जतनगर पुलिस हरकत में आई। हल्के के पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। नदी में गोवंशीय पशुओं की खाल पड़ी थी, खून के निशान भी पड़े थे। इधर, बुधवार को ही गो-तस्करों ने भनक लगते ही नदी किनारे खेत जुतवा दिये लेकिन, कारगुजारी छिप न पाई। पूरी स्थिति बयां कर रही थी कि लंबे समय से क्षेत्र में अवैध स्लाटर हाउस चल रहा था। गोवंशीय पशुओं की कटान की जा रही थी। मामले में हिमांशु पटेल ने इज्जतनगर पुलिस को तहरीर दी है।
पशु विभाग की टीम ने गोवंशीय पशुओं की खाल हाने पर लगाई मुहर : गोरक्षा प्रकोष्ठ के सदस्यो की सूचना पर भोजीपुरा से पशु विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। काफी देर तक पूरे संबंधित क्षेत्र की पूरी वीडियोग्राफी व फोटाेग्राफी कराई। निरीक्षण के बाद पशु अधिकारी ने गाेवंशीय पशुओं की खाल होने की पुष्टि की।
घटनास्थल बयां कर रही पूरी कहानी : अवैध स्लाटर हाउस इज्जतनगर पुलिस की भूमिका पर बड़े सवाल खड़ा कर रही है। घटनास्थल पूरी कहानी बयां कर रही है कि किस तरह इज्जतनगर पुलिस की मिलीभगत से तस्कर बड़ी संख्या में गोवंशीय पशुओं की कटान कर रहे हैं। नदी एक हिस्सा गोवंशीय पशुओं की खालों से पटा पड़ा है। जगह-जगह पर खून पड़ा है। बावजूद पुलिस बेखबर होने का दावा कर रही है, यह कैसे संभव है। आसपास के लोगों की भूमिका भी संदिग्ध आई है। इन लोगों ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया।
मौके पर बुलवाई गई एस्क्वेटर : मौके पर जेसीबी बुलवाई गई। एस्क्वेटर की मदद से नदी में पड़े गोवंशीय पशुओं की खालों को निकलवाया गया। पुलिस, पशु विभाग की टीम की हलचल को देखकर आस-पास के लोगों का जमावड़ा लग गया। पशु तस्करों के खौफ का अंदाजा लगा सकते हैं कोई भी कुछ भी बोलने से इन्कार कर रहा था।
अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज : इज्जतनगर इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया कि मामले में हिमांशु पटेल की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ पशु क्रुरता अधिनियम सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। शुरुआती जांच में उन्होंने चौकी पुलिस की भूमिका संदिग्ध होने की बात कही है।