तुलसी, अश्वगंधा के साथ शुरू हुई गिलोय की बागवानी
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए किसानों ने अब रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीजों की बागवानी शुरू कर दी है। इनकी मार्केट में अच्छी डिमांड है।
बरेली, जेएनएन : कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए किसानों ने अब रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीजों की बागवानी शुरू कर दी है। इनकी मार्केट में अच्छी डिमांड होने और कम लागत में अच्छी पैदावार होने से इस पर लोगों का रुझान बढ़ा है। नाथनगरी में अब रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तुलसी, अश्वगंधा के साथ गिलोय के पौधों की बागवानी तेजी से हो की जाने लगी है।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आयुष मंत्रालय से एडवाइजरी जारी कर चुका है। जिसमें देसी नुस्खों को शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर बताया गया है। जिसके चलते आयुर्वेदिक उत्पादों की मांग भी बढ़ती जा रही है। इस क्रम में गिलोय, तुलसी और अश्वगंधा की मांग बढ़ी है। जिला उद्यान अधिकारी पुनीत पाठक ने बताया कि इस बार अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी की किसान बागवानी कर रहे हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर है गिलोय
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में गिलोय काफी फायदेमंज साबित हो रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर एक से डेढ़ इंच की गिलोय की गांठ को कूचकर एक कप पानी में भिगो दें और फिर इस पानी को सुबह उबाल लें। इस पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां डाल दें और फिर छान कर पी लें। अगर किसी को कड़वा लगता है तो शहद मिला सकता है, नहीं तो ज्यादा बेहतर है कि लोग इसे यूं ही पीएं। यह सबसे ज्यादा इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है।
वन विभाग की नर्सरी में भी तैयार हो रहे औषधीय पौधे
वन विभाग भी अपनी सभी नर्सरी में इन दिनों अधिक डिमांड होने के चलते औषघीय पौधें तैयार कर रहा है। डीएफओ भारत लाल के मुताबिक इस समय औषधीय पौधों की अधिक मांग होने के साथ ही यह शरीर के लिए लाभदायक है। ऐसे में विभाग अपनी नर्सरी में इन्हें तैयार करा रहा है।