पांच दिन बाद उठा पार्षद के आवास के सामने कूड़ा

शहर में कूड़ा निस्तारण का हाल राजेंद्रनगर व इंदिरानगर की सड़कों पर काफी बुरा है। पांच दिनों से कूड़ा नहीं उठा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Aug 2018 04:55 PM (IST) Updated:Sun, 19 Aug 2018 04:55 PM (IST)
पांच दिन बाद उठा पार्षद के आवास के सामने कूड़ा
पांच दिन बाद उठा पार्षद के आवास के सामने कूड़ा

जागरण संवाददाता, बरेली : शहर में कूड़ा निस्तारण का हाल राजेंद्रनगर व इंदिरानगर की सड़कों को देखकर समझ आ जाएगा। वहां गंदगी का आलम यह है कि पार्षद के आवास के सामने भी कूड़ा नहीं उठाया जा रहा। शनिवार को पांच दिन बाद पार्षद के आवास के सामने से कूड़ा उठाया गया। अन्य स्थानों पर कूड़ा वैसा ही पड़ा रहा।

वार्ड इंदिरानगर के पार्षद सतीश चंद्र मम्मा के आवास से चंद कदम दूर पर राजेंद्रनगर का क्षेत्र लगता है। उनके वार्ड इंदिरानगर और राजेंद्रनगर की सड़कों पर तमाम जगह कूड़ा पड़ा हुआ है। सड़कों पर गंदगी बजबजा रही है लेकिन नगर निगम के कर्मचारी कूड़ा नहीं उठा रहे हैं। पार्षद के आवास के सामने रखे कूड़ादान के पास, बांके बिहारी मंदिर के पास, चिरंजीव लाल पार्क, स्वयंवर बरातघर, शहीद पंकज अरोरा पार्क के पीछे, राजेंद्र नगर बाजार, जनकपुरी, मानस अस्पताल समेत अन्य स्थानों पर कूड़ा बिखरा पड़ा है। पार्षद ने शनिवार को सभी स्थानों को फोटो खींचकर महापौर और नगर आयुक्त को भेजे। पार्षद ने बताया कि दोपहर तीन बजे नगर निगम के कर्मचारी आए और उनके घर के सामने पड़ा कूड़ा उठा ले गए। अन्य कहीं भी कूड़ा नहीं उठाया गया है।

--पार्षद के पति ने लगाई झाड़ू, नाली की साफ : पिछले करीब पांच दिनों से बारिश नहीं हो रही है। बावजूद इसके शहर की कई गलियों में जबरदस्त जलभराव है। नगर निगम के कर्मचारी भी सफाई से पीछे हट रहे हैं। जलभराव के कारण घरों से निकल नहीं पा रहे लोगों के लिए शनिवार को पार्षद के पति ने झाड़ू लगाई और फावड़े से नालियों को साफ किया।

वार्ड 33 वनखंडी नाथ की पार्षद परवीन के पति व पूर्व पार्षद मो. उस्मान अल्वी शनिवार को खुद ही झाड़ू और फावड़ा लेकर निकल पड़े। उन्होंने बताया कि नगर निगम के कर्मचारी नहीं सुन रहे हैं। गलियों में जलभराव के कारण बच्चे और बुजुर्ग घरों से निकल नहीं पा रहे हैं। इस पर उन्होंने शेर अली गौटिया में मस्जिद वाली गली में जलभराव को दूर करने के लिए नालियां साफ की। झाड़ू लगाकर पानी को बहाया। उन्हें देखकर गली में रहने वाले लोग भी सहयोग को आ गए। मामले की शिकायत उन्होंने नगर निगम के अफसरों से की।

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