बरेली के सबसे बड़े नाले से कचरा साफ, पर बारिश होने पर बनी रहेगी जलभराव की स्थिति, जानें क्यों होगा ऐसा
Drain cleaning in Bareilly बारिश में शहरवासियों को जलभराव से बचाने के लिए नगर निगम के प्रयास दिखाई दे रहे हैं लेकिन गंभीरता नजर नहीं आ रही है। शहर के सबसे बढ़े नाले से अधिकतम कूड़ा-कचरा साफ कर दिया गया है लेकिन नाला सिल्ट से भरा हुआ है।
बरेली, जेएनएन। Drain cleaning in Bareilly : बारिश में शहरवासियों को जलभराव से बचाने के लिए नगर निगम के प्रयास दिखाई दे रहे हैं, लेकिन गंभीरता नजर नहीं आ रही है। शहर के सबसे बढ़े नाले से अधिकतम कूड़ा-कचरा साफ कर दिया गया है, लेकिन नाला सिल्ट से भरा हुआ है। सिकलापुर से सुभाषनगर को बहने वाला करीब छह किलोमीटर लंबा नाला गहराई से साफ नहीं हुआ है। तली झाड़ सफाई नहीं होने से सिल्ट साफ दिखाई दे रही है।
जल्द मानसून आने वाला है। ऐसे में इस नाले से पानी निकल तो जाएगा, लेकिन उथला होने के कारण लंबे समय तक जलभराव रहने की आशंका बनी रहेगी। अतिक्रमण के चलते कई स्थानों पर नाला चोक हैं। ऐसी स्थिति में लोगों को जलभराव से पूरी तरह निजात मिलने की उम्मीद कम दिखाई दे रही हैं। नाले की सफाई का सच जानने के लिए दैनिक जागरण ने शुक्रवार को सिकलापुर से सुभाषनगर के आगे श्याम कालोनी तक पहुंचने वाले छह किमी लंबे नाले की पड़ताल की। नाले से कूड़ा-कचरा तो साफ किया गया है, लेकिन वहां से सिल्ट नहीं निकाली गई है।
यहां से होकर बहता है नाला : सिकलापुर में दिनेश नर्सिंग होम के पास से शुरू होने वाला नाला बरेली कॉलेज रोड पर मोहन बुक डिपो से बरेली कॉलेज, विश्वमानव प्रेस, मिशन कंपाउंड, जेल, सुभाषनगर नगर से होकर राजीव कॉलोनी, दामोदर नगर, श्याम कालोनी, वीर भïट्टी के पास रेलवे लाइन तक जाता है। यह नाला करीब छह किलोमीटर लंबा है।
सिकलापुर में अतिक्रमण और कूड़ा : सिकलापुर में नाले की सफाई हुई है, लेकिन कूड़ा किनारों पर ही डालकर छोड़ दिया गया है। दोनों ओर घरों से कूड़ा नाले में ही डाला जाता है। नाले पर वहां जबरदस्त तरीके से अतिक्रमण किया हुआ है। आजाद मंदिर के पास फोम व्यापारी व एक अन्य का पूरा मकान नाले पर बना है। उसे हटाया नहीं गया है।
नगर निगम के सामने गंदगी से भरा नाला : सिकलापुर से निकलकर नाला कॉलेज रोड पर एलन क्लब मार्केट की ओर बहता है। नगर निगम के सामने भी नाले में सिल्ट साफ दिखाई दे रही है। सफाई होने के कारण वहां भी कूड़ा नहीं बचा है। इससे आगे दुकानदारों ने नाले पर अतिक्रमण कर रखा है। यहां पूरे नाले पर अतिक्रमण है, जिसे हटाया नहीं जा रहा है।
सिविल लाइंस में अतिक्रमण से दब गया नाला : एलन क्लब से होता हुआ नाला विश्वमानव प्रेस से चर्च परिसर होकर मुख्य सड़क पर एक फर्नीचर हाउस की ओर निकल रहा है। इस रास्ते में नाले पर जबरदस्त तरीके से अतिक्रमण किया गया है। इस कारण नाले की सफाई का तो सवाल ही नहीं उठता। इस बीच कई जगह पर नाले के ऊपर पक्के निर्माण किए हुए हैं।
मिशन कंपाउंड व जेल रोड पर नाले में दिखा कूड़ा : फर्नीचर हाउस से मिशन कंपाउंड तक नाला काफी हद तक साफ किया जा चुका है। मिशन कंपाउंड का नाला पूरी तरह साफ नहीं है। वहां कुछ कूड़ा दिखाई दे रहा है। जिला जेल रोड पर नाले पर पेड़ की डाल गिरने से कूड़ा जमा हुआ है। वहां नाले में सिल्ट भी साफ दिखाई दे रही हैं। सुभाषनगर क्षेत्र में घुसते वक्त नाले के ऊपर जबरदस्त अतिक्रमण है।
राजीव कॉलोनी में बहते पानी में कचरा नहीं : सुभाषनगर की राजीव कॉलोनी में बहने वाले नाले को साफ कर दिया गया है, लेकिन वहां भी तली झाड़ सफाई नहीं हुई है। इस कारण पानी ऊपर तक बह रहा है। लोगों का कहना है कि कुछ दिन में दोबारा पुराने हाल हो जाएंगे। वहां नाले में तेजी से पानी बह रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी : नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने बताया कि सिकलापुर से सुभाषनगर तक नाला दो बार साफ कराया जा चुका है। अभी नाले पर सफाई का काम चल रहा है। जहां सिल्ट रह गई है, वहां भी तली झाड़ सफाई करा दी जाएगी। नाले में कूड़ा फेंकने वालों पर भी कार्रवाई होगी।