किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए जिले में एफपीओ का होगा गठन
किसानों की आमदनी बढाने के लिए अब जिले मे एफपीओ ( फार्मर पऱोड्यूस आर्गेनाइजेशन ) यानि किसान उत्पादक समूहों का गठन किया जाएगा।
बरेली, जेएनएन। किसानों की आमदनी बढाने के लिए अब जिले मे एफपीओ ( फार्मर पऱोड्यूस आर्गेनाइजेशन ) यानि किसान उत्पादक समूहों का गठन किया जाएगा। इसके लिए नाबार्ड किसानों का आर्थिक सहायता भी मुहैया कराएगा।
किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए अब जिले में किसान उत्पादक समूह संगठन गठित होंगे। शुरूआत में तीन उत्पादक संगठनों का गठन किया जाएगा। इनको मॉडल के तौर पर गठित किया जाएगा। इसमें छोटे छोटे सीमांत किसानों को शामिल किया जाएगा।
इनको नाबार्ड के माध्यम से न सिर्फ आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी बल्कि तकनीकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। किसानों को खाद्य पऱसस्करण की यूनिट लगाने के लिए नाबार्ड मदद करेगा। वहीं किसानों के उत्पाद के वितरण और निर्यात के लिए भी उनके उत्पादों को बाजार और रूरल मार्ट जैसे माद्यम मुहैय्या कराएं जाएंगे।
समूहों को कंपनी अधिनियम के तहत किसान उत्पादन कंपनी के तहत रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। सफल होने पर एक गऱाम पंचायत में कम से कम एक एफपीओ का गठन किया जाएगा। वहीं उत्पादो को बाजार मिल सके। इसके लिए गांव और शहरों में ज्यादा से ज्यादा रूरल मार्ट खोले जाएंगे।
समूह को मिलेंगी सुविधाएं
किसानो के समूह को उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अच्छे बीज उर्वरक मशीनों की आपूर्ति की जाएगी। किसानों को पैकिंग पऱाथमिक पऱसंस्करण और उत्पादों के बऱाडिंग के बारे में भी बताया जाएगा।
अभी शुरुआत में तीन एफपीओ के गठन का निर्णय लिया गया है। इन तीन एफपीओ के गठन के लिए नाबार्ड ने रूपरेखा बनाई है। इसमें आइवीआरआइ के वैज्ञानिकों की भी मदद ली जा रही है। चंदऱ मोहन गर्ग, सीडीओ