चार साल बाद पति के साथ अचानक घर पहुंची पूर्व चेयरमैन ने सबको चौंकाया, बोली- मैं हिंदू हूं हिंदू ही रहूंगी
चार वर्ष पहले मतांतरण किए जाने का वीडियो वायरल कर भूमिगत हुईं पूर्व चेयरमैन सोमवार को अचानक घर पहुंच गईं। इस बीच पति की कार में बैठकर निकलीं तो दूसरे संप्रदाय से जुड़े कुछ लोगों ने अपहरण की शंका में हंगामा कर दिया।
बरेली, जेएनएन। चार वर्ष पहले मतांतरण किए जाने का वीडियो वायरल कर भूमिगत हुईं पूर्व चेयरमैन सोमवार को अचानक घर पहुंच गईं। इस बीच पति की कार में बैठकर निकलीं तो दूसरे संप्रदाय से जुड़े कुछ लोगों ने अपहरण की शंका में हंगामा कर दिया। शोर शराबा करते हुए थाने पहुंच गए। बाद में पूर्व चेयरमैन ने पुलिस को बताया कि वह मर्जी से घर लौट आई हैं। मैंने मतांतरण नहीं किया था।
ममता पांडेय चार साल पहले कई विवादों में घिरी रही थीं। पारिवारिक कलह भी हुई। उसी दौरान वह अचानक लापता हुईं। बाद में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कहा गया कि उन्होंने मतांतरण कर लिया है। सोमवार को ममता सपा नगर अध्यक्ष शफीक अंसारी के घर पहुंची थीं। वहां से निकलीं तो पति सुरेश पांडेय व बेटे के साथ कार में बैठकर घर पहुंच गईं। उसी मुहल्ले में शोर हो गया कि पूर्व चेयरमैन को कुछ लोग कार में डाल ले गए हैं।
एसएसआइ सुपेन्द्र मलिक ने सुरेश पांडेय को फोन किया तो उन्होंने बताया कि हमारा पारिवारिक मामला है। ममता ने भी यही बात दोहराई। अब तक हुए घटनाक्रम के बारे में ममता का कहना था कि यह उनकी घर वापसी है। परिवार के साथ ही रहूंगी। बोलींं, मैं हिंदू हूं, हिंदू ही रहूंगी। पारिवारिक विवाद के कारण कुछ साल पहले मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, उसी दशा में मैंने मतांतरण की बात कहते हुए वीडियो वायरल कर दिया था।
पारिवारिक विवादों के चलते मैं गुस्से में घर छोड़कर चली गई थी। उस दौरान गुस्से में ही मतांतरण की बात कह दी थी, लेकिन मैंने कभी भी मतांतरण नहीं किया। आपसी विवाद को हमने बैठकर सुलझा लिया है। मुङो किसी ने अगवा नहीं किया था। यदि कस्बे के लोग चाहेंगे तो पुन: सक्रिय राजनीति करूंगी। - ममता पाण्डेय, पूर्व चेयरमैन सिरौली
ममता पाण्डेय को हम लोग उनकी मर्जी से घर ले गए थे। उनके साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई है। हमारा पारिवारिक मामला था, जिसे हमने सुलझा लिया है। -सुरेश बाबू पाण्डेय
पूर्व चेयरमैन ममता पाण्डेय के अपहरण की अफवाह उड़ी थी। दोनों से बात की गई तो उन्होंने पारिवारिक मामला बताया। जबरन ले जाने की बात को गलत बताया। सुपेन्द्र मलिक, एसएसआइ