व्यापारी को दबोच वन विभाग ने किया बड़ा खुलासा, हत्थाजोडी के नाम पर बेचता था इस दुर्लभ छिपकली के अंग

लोगों में अंधविश्वास को बढ़ावा देने के लिए मॉनीटर लिजार्ड के अंग बेचे जाते है। श्यामगंज स्तिथ रामा पंसारी के दुकान मालिक व कार्यरत दो कर्मचारियों को वन विभाग की टीम ने रंगे हाथों सोमवार देर शाम पकड़ा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 08:54 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 08:54 AM (IST)
व्यापारी को दबोच वन विभाग ने किया बड़ा खुलासा, हत्थाजोडी के नाम पर बेचता था इस दुर्लभ छिपकली के अंग
दुर्लभ प्रजाति की छिपकली मॉनिटर लिजार्ड का फाइल फोटो

बरेली जेएनएन। लोगों में अंधविश्वास को बढ़ावा देने के लिए मॉनीटर लिजार्ड के अंग बेचे जाते है। श्यामगंज स्तिथ रामा पंसारी के दुकान मालिक व कार्यरत दो कर्मचारियों को वन विभाग की टीम ने रंगे हाथों सोमवार देर शाम पकड़ा। आरोपित तंत्र-मंत्र व उत्तेजना बढ़ाने के लिए हत्था जोड़ी के नाम से मॉनिटर लिजर्ड के अंग बेचता था। बता दे कि वन विभाग की टीम ने यह कार्रवाई वाइल्ड लाइफ इंडिया के एन्टी कोचिंग डिवीज़न संस्था की शिकायत पर की।प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल ने मामले की जानकारी पर टीम गठित कर पूरे दिन दुकान की रेकी कराने के बाद शिकायतकर्ता दिल्ली एनजीओ के एक सदस्य के साथ अपने कुछ लोगों को भेजकर दुर्लभ प्रजाति की छिपकली में शामिल मॉनिटर लिजर्ड समेत अन्य प्रतिबंधित वन्यजीवों के अंगों की मांग की।

जिसके मनमाफिक दाम देने की बात पर दुकानदार ने जैसे ही उन्हें वन्यजीवों के अंग मुहैया कराए टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया। टीम को मौके से तीन हत्था जोड़ी, मॉनिटर लिजर्ड के तीन लिंग, 11 सियार सिंघी, कुटकी मेडिसनल प्लांट की आधा किलो लकड़ी मौके से बरामद की है। पकड़े गए रामा पंसारी दुकान के मालिक श्याम अग्रवाल, उनके दो नौकर विशाल गुप्ता और मनीष के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है। जबकि नाबालिक को छोड़ दिया गया। छापामारी में रेंजर रविन्द्र सक्सेना, वैभव चौधरी, एसडीओ अरबी सिंह, फोरेस्टर जोगपाल, हरेंद्र पाल सिंह, गुलशन अमरेश, सुरेश कुमार सिंह, दीपक आदि थे।

चार टीमों ने की कार्रवाईडीएफओ भारत लाल ने बताया की सुबह उनको वाइल्ड लाइफ इंडिया दिल्ली कार्यालय से सूचना मिली कि बरेली में रामा पंसारी के यहां प्रतिबंधित वन्यजीवों के अंग बेचे जाते हैं। जिसकी धरपकड़ के लिए दिल्ली से वाइल्ड लाइफ एंटी कोचिंग संस्था के दीपक कुमार को बरेली भेजा जा रहा है। छापेमारी के लिए इसके बाद अलग-अलग चार टीमें बनाई गईं। स्वयं दीपक कुमार ही रामा पंसारी की दुकान पर ग्राहक बनकर पहुंचे। उन्होंने दुकानदार से सियार सिंघी, मॉनीटर लिजार्ड के अंग और कुटकी औषधीय खरीदने का पर्चा दिया। दुकानदार ने मॉनिटर लिजर्ड का लिंग ढाई हजार रुपये का एक दिया गया। पूछताछ में मिली कई जानकारियांडीएफओ ने बताया कि पकड़े गए लोगो से पूछताछ में अन्य कई जानकारियां मिली है। जिसकी धरपकड़ के लिए टीमें बनाकर कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।

दुकान से मिले वन्यजीवों के अंगों को कुछ लोग दुकान में ही बेच जाते थे। जिन्हे हम रिसेल करने का काम करते थे। - श्याम अग्रवाल, रामा पंसारी

दिल्ली वाइल्ड लाइफ की सूचना पर छापेमारी कर रामा पंसारी के यहां छापेमारी की गई। जहां टीम को प्रतिबंधित वन्यजीवों के अंग मौके से मिले है। दुकान संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है। - भारत लाल, डीएफओ

शहर में प्रतिबंधित वन्यजीवों के अंग बेचे जाने के जानकारी पर डीएफओ बरेली व वाइल्ड लाइफ एन्टी कोचिंग के सदस्यों की मौजूदगी में छापेमारी कर सफलता हासिल की गई है। - ललित कुमार, मुख्य वन संरक्षक

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