शाहजहांपुर में गर्रा नदी के बीच टापू में फंसे 13 लोग, नाव और ट्यूब से फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया

Flood in Shahjahanpur शाहजहांपुर में गर्रा नदी मेें दियुनी बैराज से छोड़े गए पानी में चितीबोझी के 13 लोग टापू फंस गए। इनमें सात को ट्यूब की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया। पांच लोगाें को टापू के बीच से सुरक्षित निकालने के लिए जलालाबाद से नाव मंगाई है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 08:40 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 08:40 PM (IST)
शाहजहांपुर में गर्रा नदी के बीच टापू में फंसे 13 लोग, नाव और ट्यूब से फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया
एसडीएम ने जलालाबाद से मंगवाई नाव, मौके पर मदद को भेजी राजस्व टीम

बरेली, जेएनएन। Flood in Shahjahanpur : शाहजहांपुर में गर्रा नदी मेें दियुनी बैराज से छोड़े गए पानी में चितीबोझी के 13 लोग टापू फंस गए। इनमें सात को ट्यूब की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया। तहसील प्रशासन ने पांच लोगाें को टापू के बीच से सुरक्षित निकालने के लिए जलालाबाद से नाव मंगाई है। एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए राजस्व टीम भी लगा दी है। खुद सीओ के साथ क्षेत्र भ्रमण कर जायजा लिया।

तिलहर में भारी बारिश के बाद बांधों से छोड़ गए पानी से क्षेत्र में त्राहि-त्राहि मची हुई है। किसानों के अरमानों व मेहनत पर पानी फिर गया है। गर्रा नदी के किनारे बसे ग्राम रटा, चितिबुझी, ढकिया समेत आधा दर्जन ग्रामों तक पानी पहुंचा गया है। एसडीएम सुरेंद्र कुमार सिंह व सीओ परमानंद पांडेय ने इन गांवों का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम प्रधानों व लेखपालों से क्षेत्र की निगरानी रखने के निर्देश दिए है।

बिरसिंगपुर में गर्रा नदी की बाढ़ का पानी चितीबोझी व घनश्यामपुर पहुंचने से राजेंद्र पाल और सोनपाल मकान बाढ़ से घिर गया। उन्हें मकान खाली कर स्कूल में सामान रखना पड़ा। खाना भी स्कूल में ही बनाना शुरू कर दिया। एसडीएम भी यहां पहुंचे। उन्होंने टापू पर घिरे पांच लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए फर्रूखाबाद से नाव मंगवाई। बाकी लोगों ने जान की बाजी लगाकर ट्यूब के सहारे नदी को पार किया।

चितीबोझी के प्रेमपाल प्रधान ने बताया कि बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को अनाज की व्यवस्था कराएंगे। चावल, आटा, सब्जी आदि के प्रबंध किए गए है। हर संभव मदद की जाएगी। रामरतन का कहना है कि 13 लोग नदी के बीच टापू में फंसे थे। सात को सुरक्षित निकाल लिया गया। बाकी सुरक्षित लाने के लिए नाव मंगाइ गई है।

सोनपाल ने बताया कि बारिश से फसल डूब गई। अब बाढ़ गृहस्थी बर्बाद हो गई। प्रशासन को मदद करनी चाहिए। राशन मुहैया कराया जाए।राजाराम का कहना है कि क्षेत्र में स्थायी रूप से नाव की व्यवस्था कराई जाए। ताकि कोई अनहोनी न हो सके। लोग खतरे में डालकर नदी पार करते है।

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