पहले फूल मालाओं से किया स्वागत, अब कर रहे उपेक्षित, जानिये किस विभाग के कर्मचारियों के साथ हो रहा ऐसा बर्ताव

Health Contract Workers in Protest कोरोना काल में जिन कर्मचारियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया जा रहा था आज वही कर्मचारी उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों को लंबे समय से वेतन तक नहीं दिया जा रहा है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 10:44 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 10:44 AM (IST)
पहले फूल मालाओं से किया स्वागत, अब कर रहे उपेक्षित, जानिये किस विभाग के कर्मचारियों के साथ हो रहा ऐसा बर्ताव
बरेली में संविदा कर्मचारियों ने थाली बजाकर किया विरोध प्रदर्शन।

बरेली, जेएनएन। Health Contract Workers in Protest :  कोरोना काल में जिन कर्मचारियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया जा रहा था, आज वही कर्मचारी उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों को लंबे समय से वेतन तक नहीं दिया जा रहा है। इससे उनकी और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर संविदा कर्मचारी बरेली में सीएमओ कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

सीएमओ कार्यालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा। सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए कर्मचारियों ने थाली बजाकर नाराजगी जताई। धरने पर बैठे कर्मियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने कोरोना काल के दौरान उनका फूल मालाओं से स्वागत किया था। अब समय निकल जाने के बाद उनके साथ उपेक्षित व्यवहार किया जा रहा है। संविदा कर्मचारी संघ लंबे समय से समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि टीकाकरण अभियान में उनकी भी बड़ी भागीदारी है। इसके बाद भी उनकी नहीं सुनी जा रही है। संगठन ने कहा कि कई बार जिला प्रशासन को अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया, मगर उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

निलंबन के विरोध में शाहजहांपुर में शिक्षकों ने शुरू किया आमरण अनशन : निलंबन के विरोध में गुरुवार को शिक्षक ने खिरनीबाग स्थित राजकीय इंटर कालेज के खेल मैदान में आमरण अनशन शुरू कर दिया। बीएसए पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।विकासंड ददरौल के कंपोजिट विद्यालय में कार्यरत रहे शिक्षक मनोज शर्मा को बीते दिनों निलंबित कर दिया गया था। मनोज शर्मा ने साजिश के तहत निलंबन करने का आरोप लगाया। डीएम को भेजे पत्र में उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।

जिसकी शिकायत अधिकारियों से भी की। आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापक एक शिक्षक संगठन के पदाधिकारी है। जो वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी भी कर चुके है। उन्होंने कहा कि निलंबन का आदेश निरस्त किया जाए। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच की जाए। उन्होंने बीएसए पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। मनोज शर्मा के समर्थन में कई शिक्षक भी उतर आए है। बीएसए सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मनोज शर्मा को अनुशासनहीनता पर निलंबित किया है।

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