बरेली में आज बंदिशों के बीच बम भोले से गुंजायमान होंगे शिवालय

पहले सोमवार को जलाभिषेक कोविड प्रोटोकाल के तहत कराया जाएगा। तड़के चार बजे मंदिरों के कपाट खुलने के साथ भोलेनाथ का जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। मंदिर बम भोले से गूंज उठेंगे। पशुपतिनाथ और वनखंडीनाथ मंदिर में रविवार रात को बैरीकेडिंग लगाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 05:30 AM (IST)
बरेली में आज बंदिशों के बीच बम भोले से गुंजायमान होंगे शिवालय
बरेली में आज बंदिशों के बीच बम भोले से गुंजायमान होंगे शिवालय

बरेली,जेएनएन : सावन की शुरुआत होते ही नाथ नगरी के नाम से विख्यात बरेली शिवमय हो गई। मंदिरों की सजावट पर इस बार भी कोविड संक्रमण का असर दिखा। हालांकि, भक्तों की आस्था हिलोरे मार रही है। इसलिए मंदिरों के प्रबंधन ने भी विशेष इंतजाम किए हैं। पहले सोमवार को जलाभिषेक कोविड प्रोटोकाल के तहत कराया जाएगा। तड़के चार बजे मंदिरों के कपाट खुलने के साथ भोलेनाथ का जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। मंदिर बम भोले से गूंज उठेंगे। पशुपतिनाथ और वनखंडीनाथ मंदिर में रविवार रात को बैरीकेडिंग लगाई गई। पुजारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं को 10-10 की संख्या में प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए मंदिर प्रबंधन के लिए वालंटियर तैनात किए गए हैं। शिवलिंग पर जल, दूध, भांग, बेलपत्र व धतूरा चढ़ाने की ही अनुमति होगी। भक्त भगवान भोलेनाथ को मिष्ठान व वस्त्र नहीं अर्पित कर सकेंगे।

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पशुपतिनाथ मंदिर:

पीलीभीत बाइपास रोड स्थित भगवान पशुपति नाथ मंदिर के पुजारी पंडित मुकेश मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा-व्यवस्था के लिहाज से प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिग कर ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। एक साथ दस भक्त ही आ सकेंगे। तपेश्वरनाथ मंदिर:

सुभाषनगर स्थित तपेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी विशन शर्मा ने बताया कि शारीरिक दूरी के साथ भोलेनाथ की आराधना हो सके। इसके लिए मंदिर में गोल-घेरे बनाए गए हैं। मंदिरों पर कपड़ा बांधा हुआ है। जल के साथ सामग्री लोग खुद ही लाएंगे। अलखनाथ मंदिर:

अलखनाथ मंदिर में सावन के पहले सोमवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही है। इसलिए प्रवेश द्वार पर सेवादारों को पांच-पांच भक्तों को प्रवेश देने के लिए लगाया जाएगा। महंत कालू गिरी ने बताया कि संक्रमण की वजह से इस बार साज-सज्जा नहीं की गई है। मढ़ीनाथ मंदिर:

मढ़ीनाथ मंदिर के पुजारी महंत धर्मेंद्र गिरी ने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा शिवलिग का स्पर्श करना वर्जित रहेगा। प्रयास रहेगा कि ज्यादा देर तक श्रद्धालु एक जगह पर न ठहरें। त्रिवटीनाथ मंदिर:

त्रिवटीनाथ मंदिर पर पहले सोमवार को जलाभिषेक को संक्रमण से बचाव के साथ कराने के लिए प्रवेश द्वार से ही बैरिकेडिंग रहेगी। ताकि एक साथ ज्यादा श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश न करें। मीडिया प्रभारी संजीव अवतार अग्रवाल ने बताया कि मास्क पहनने पर ही लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। धोपेश्वरनाथ मंदिर :

धोपेश्वर नाथ मंदिर के पुजारी घनश्याम शास्त्री ने बताया कि शारीरिक दूरी के साथ ही श्रद्धालुओं से जलाभिषेक कराया जाएगा। इसके अलावा प्रसाद आदि चढ़ाने पर पूरी तरह से रोक रहेगी। वनखंडी नाथ मंदिर:

वनखंडी नाथ मंदिर के पुजारी बाबा बालक गिरी ने बताया कि जलाभिषेक के बाद श्रद्धालुओं को ज्यादा वक्त तक रुकने नहीं दिया जाएगा। यही प्रयास रहेगा कि मंदिर परिसर में मास्क पहनकर ही श्रद्धालु प्रवेश करें।

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