लॉकडाउन की फैलाई अफवाह तो दर्ज होगी एफआइआर, खुफिया एजेंसी सक्रिय
प्रशासन ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर दी है। अगर कोई अफवाह फैलाता हुआ मिलता है तो उसके खिलाफ एफआइआर होगी। शायद ऐसा पहली बार है कि एलआइयू अब स्थानीय स्तर पर अफवाह फैलाने वालों को चिह्नित कर रही है। इंटरनेट मीडिया की निगरानी बढ़ा दी गई है।
बरेली, जेएनएन। गृहमंत्रालय की गाइडलाइन जारी होते ही बरेली के बाजारों का माहौल अचानक बदल गया। इंटरनेट मीडिया पर फैल रहे मेसेज में रात्रि कर्फ्यू और शनिवार-रविवार की बंदी दोबारा किए जाने की जानकारी लोगों को भेजी जाने लगी। एक बार फिर घबराहट फैली। घर में आटा-दाल, चावल क्या कमी है, लोग देखने और रिश्तेदारों से उनकी कुशलक्षेम पूछने लगे। डीएम नितीश कुमार ने माहौल शांत करते हुए फिलहाल लॉकडाउन से इन्कार किया है। इसके बावजूद बाजार में कालाबाजारी और मुनाफाखोरी करने वाले लॉकडाउन का माहौल बनाने में जुटे हैं।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि इंटरनेट मीडिया पर लॉकडाउन की अफवाहों के मैसेज चलने लगे। अभी कुछ महीने पहले भी यही माहौल था। जिसकी आड़ में आटा, चावल, तेल, चीनी, दवाओं जैसी बुनियादी वस्तुओं की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी का खेल चला। अफवाह फैलते ही दुकानों पर ग्राहक टूट पड़े थे।
अनलॉक में गृह मंत्रालय की गाइडलाइन जारी होने के बाद प्रशासन अलर्ट है। पिछले लॉकडाउन में अफवाहाें को फैलाने वाले रैकेट की कारगुजारियाें से सीख ले चुका है। इसलिए प्रशासन ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर दी है। अगर कोई अफवाह फैलाता हुआ मिलता है तो उसके खिलाफ एफआइआर होगी। शायद ऐसा पहली बार है कि एलआइयू अब स्थानीय स्तर पर अफवाह फैलाने वालों को चिह्नित कर रही है। इंटरनेट मीडिया की निगरानी बढ़ा दी गई है।
क्या कहते हैं अधिकारी
डीएम नितीश कुमार का कहना है कि गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में पहले ही कहा गया है कि लॉकडाउन स्थानीय स्तर पर लगाने से पहले अनुमति लेने की जरूरत होगी। लाेगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। वहीं एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। लॉकडाउन या रात्रि कर्फ्यू के संदेश आगे बढ़ाने वालों पर एफआइआर हो सकती है। ऐसे लोग सतर्क रहे।