एनएच 24 की खराब गुणवत्ता पर निर्माण कंपनी पर एफआइआर
प्राधिकरण के अफसरों ने काम पूरा नहीं करने और खराब गुणवत्ता का आरोप लगाया है।
बरेली : सात साल में दूसरी बार एनएच 24 का काम अधूरा छोड़कर फरार होने वाली कंपनी बरेली हाईवे प्रोजेक्ट लिमिटेड (बीएचपीएल) के अध्यक्ष के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) अफसरों ने रविवार को फरीदपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। प्राधिकरण के अफसरों ने काम पूरा नहीं करने और खराब गुणवत्ता का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, बारिश में क्षतिग्रस्त राजमार्ग की मरम्मत नहीं किए जाने से दुर्घटना की आशंका भी जताई है।
एनएचएआइ के परियोजना निदेशक मुकेश शर्मा ने थाने में दी तहरीर में कहा है कि बीएचपीएल कंपनी को राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 24 के बरेली-सीतापुर फोरलेन निर्माण का कार्य दिया गया था। कंपनी ने अपनी कार्यदायी संस्था इरा इंफ्रा इंजीनिय¨रग लिमिटेड कंपनी से मार्च 2011 में काम शुरू कराया। कार्य को 26 अगस्त 2013 तक पूरा करना था, लेकिन कंपनी सात साल बीतने के बाद भी कार्य को पूरा नहीं कर पाई है। पिछले चार माह से तो कंपनी ने पूर्ण रूप से राजमार्ग पर निर्माण कार्य बंद कर दिया है। अधबने राजमार्ग की देखभाल भी नहीं कर रही है। कंपनी फरार हो गई है, जिससे सरकार को नुकसान हो रहा है। इतना ही नहीं बीते दिनों से हो रही बारिश के कारण राजमार्ग कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। पीडी की तहरीर पर पुलिस ने बीएचपीएल के अध्यक्ष एचएस भड़ाना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मिट्टंी भरकर चालू कर दिया बाईपास
राष्ट्रीय राजमार्ग 24 के फरीदपुर बाईपास रोड को एनएचएआइ के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त जगहों पर मिट्टी भरवाकर आंशिक रूप से चालू कर दिया है। सड़क के जो किनारे मिट्टी बह जाने के कारण टूट कर क्षतिग्रस्त हो गए थे उनमें मिट्टी भरकर फिलहाल काम चलाया जा रहा है। हालांकि, बरसात के चलते यह मिट्टंी अधिक दिन चलने की संभावना कम ही है। फिलहाल एनएचएआइ के अधिकारियों ने दोनों दिशा से आने वाले ट्रैफिक को एक लेन से निकालना शुरू कर दिया है। वर्जन :
राजमार्ग का अधूरा निर्माण करने और खराब गुणवत्ता पर बीएचपीएल के अध्यक्ष के खिलाफ फरीदपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। अन्य चारों जिलों शाहजहांपुर, लखीमपुर, हरदोई व सीतापुर जहां से हाईवे गुजरता है, वहां भी रिपोर्ट लिखवाई जाएगी। फिर कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
मुकेश शर्मा, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ महत्वपूर्ण तथ्य
-कार्यदायी संस्था ने चार महीने से बंद कर रखा है काम, सड़क भी धंसी
-बारिश में राजमार्ग की मरम्मत न होने से दुर्घटना की आशंका भी जताई
-प्राधिकरण ने बाईपास के किनारे मिट्टी भरकर शुरू करवाया यातायात