धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य तीन हजार रुपये किए जाने की मांग को लेकर बरेली में किसानों ने किया प्रदर्शन
Farmers protest in Bareilly डीजल की बढ़ते दामों व धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने की मांगों को लेकर किसान एकता संघ ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया। इससे पहले सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में सभी ने प्रदर्शन किया।
बरेली, जेएनएन। Farmers protest in Bareilly : डीजल की बढ़ते दामों व धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने की मांगों को लेकर किसान एकता संघ ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया। इससे पहले सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में सभी ने प्रदर्शन किया।किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान के निर्देश पर उत्तर प्रदेश प्रभारी डा. रवि नागर के नेतृत्व में डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, केंद्र सरकार द्वारा धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में केवल 72 रुपये की वृद्धि एवं गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन के अंदर न किए जाने से नाराज पदाधिकारियों ने जिला एवं तहसील मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसीएम द्वितीय अमरमणि त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा।
वहीं तहसीलों से भी पदाधिकारियों द्वारा उप जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया।बरेली की आंवला तहसील से युवा जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा, फरीदपुर में जिला महासचिव अवधेश गुर्जर एवं युवा जिला महासचिव वीर बहादुर सिंह द्वारा बहेड़ी में उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।किसान नेता डा. रवि नागर ने बताया की केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरीके से किसानों के शोषण पर उतारू है। खरीफ की फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की घोषणा किसानों के साथ एक भद्दा मजाक है। धान का एमएसपी तीन हजार व गन्ना किसानों को 14 दिनों के अंदर भुगतान करने की मांग की। सरकार ने किसानों की मांगे नहीं मानी तो शीघ्र प्रदेश के अंदर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर प्रदेश संगठन सचिव चौधरी जगपाल सिंह यादव, जिला सचिव अवधेश सिंह गुर्जर, एडवोकेट इरशाद अली एडवोकेट, विनय ओबराय, सागर चौधरी आदि मौजूद रहे।
ज्ञापन पढ़ने को लेकर हुई नोकझोंक : सेठ दामोदर स्वरूप पार्क के पास किसानों ने प्रदर्शन करने के बाद पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां एसीएम द्वितीय को ज्ञापन दिया। यहां पर ज्ञापन पढ़ने को लेकर किसान नेताओं व एसीएम के बीच नोकझोंक भी हुई। हालांकि बाद में सभी सामान्य हो गए।