किसान तो सस्ते में बेच रहे सब्जी पर लोगों तक महंगी पहुंच रही, आइये जानते हैं ये कैसे हो रहा
बरली में तीन रुपये किलो वाला टमाटर फुटकर में 20 रुपये में मिल रहा शिमला मिर्च थोक में 6 रुपये तो फुटकर में 60 रुपये में बिक रही। लेकिन आम आदमी तक महंगी सब्जी पहुंचने का फायदा किसानों को नहीं।डेलापीर थोक सब्जीमंडी में अच्छी आवक से भाव गिरे।
बरेली, जेएनएन। मेहनत की पैदावार का पूरा फायदा किसानों तक नहीं पहुंच रहा। भले ही आम आदमी को महंगी सब्जी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हो। फुटकर दुकानदार दस गुना का मुनाफा उठाकर आपके दरवाजे तक सब्जी पहुंचा रहे है। लॉकडाउन के बावजूद आवक पूरी होने से थोक मंडी मेें सब्जी के भाव में उछाल नहीं है। सिर्फ फुटकर दुकानदारों ने महंगी सब्जी आने का भ्रम फैलाया हुआ है।
डेलापीर थोक मंडी के भावों की जानकारी पर सामने आया कि आवक अधिक और खपत में गिरावट होने से किसानों को कौड़ियों के भाव में सब्जी बेचनी पड़ रही है। यही वजह है कि थोक में भाव जमीन पर आ चुके है। बावजूद इसके फुटकर बाजार में सब्जी महंगी बनी हुई है।
बरेली के आंवला, मीरगंज, नवाबगंज, बिथरीचैनपुर, हाफिजगंज में सब्जियों की अच्छी पैदावार होती है। अधिकांश सब्जी थोक मंडी तक पहुंचती है। लॉकडाउन में ट्रांसपोर्ट खुला हुआ है, इसलिए मंडियों तक सब्जी लाने में दिक्कत नहीं आ रही है। सहालग, त्योहार होने के बावजूद सब्जियों की उठान बहुत है। रेस्टोरेंट और होटल भी बंद चल रहे है। इसलिए किसानों की लाई सब्जी के सही रेट नहीं लग रहे।
फुटकर बाजार में लूट मची है
लूट का अंदाजा लगाइए कि अच्छा टमाटर भी थोक में 3-5 रुपये किलो तक मिल रहा है। लेकिन पॉश कॉलोनी से लेकर बस्ती तक टमाटर 20 रुपये किलो से कम में उपलब्ध नहीं है। 60 रुपये किलो शिमला मिर्च थोक बाजार में छह रुपये किलो के भाव से मिल रही है। लौकी भले ही थोक मंडी में दो से चार रुपये किलो हो, लेकिन फुटकर बाजार में 20 रुपये किलो मिल रही है। बाकी सब्जियों का भी यही हाल है।
सब्जी थोक फुटकर
आलू 9-11 20
टमाटर 3-5 20
शिमला मिर्च 5-6 60
भिंडी 20-22 50
लौकी 2-5 20
ब्रूकली 10-15 40
प्याज 11-15 40-50
तुरई 15-20 25-30
खीरा 5-6 10-20
गोभी 8-10 15-20
नीबू 60-65 100-120
(सब्जियों के भाव किलो में दिए गए हैं।)
सुबह 11 बजे मंडी हो रही बंद
लॉकडाउन लगने के बाद थोक मंडी में सब्जी की लोडिंग-अनलोडिंग शाम छह बजे से 12 बजे के लिए निर्धारित किया गया है। सुबह छह बजे से मंडी में कामकाज शुरू होने के बाद 11 बजे दोबारा बंद कर दी जाती है। कोविड के डर से आम लोग भी यहां अब कम सब्जी लेने पहुंच रहे है।