बरेली में फैजान-ए-नियाजिया ने निकाला जुलूस

ईद मिलादुन्नबी के मौके पर अंजुमन फैजान-ए-नियाजिया की ओर से सोसायटी कार्यालय पर मंगलवार को जलसे का आयोजन तिलावते कुरान-ए-पाक से किया गया। इसके बाद नातों का नजराना पेश किया गया जो रात तक चलता रहा। जलसे की कयादत खानकाहे नियाजिया के साहबजादे डा. कमाल मियां नियाजी ने की। उन्होंने कहा कि हम सब को मिलाद का इनकाद करना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 06:05 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 06:05 PM (IST)
बरेली में फैजान-ए-नियाजिया ने निकाला जुलूस
बरेली में फैजान-ए-नियाजिया ने निकाला जुलूस

जासं, बरेली: ईद मिलादुन्नबी के मौके पर अंजुमन फैजान-ए-नियाजिया की ओर से सोसायटी कार्यालय पर मंगलवार को जलसे का आगाज तिलावते कुरान-ए-पाक से किया गया। इसके बाद नातों का नजराना पेश किया गया, जो रात तक चलता रहा। जलसे की कयादत खानकाहे नियाजिया के साहबजादे डा. कमाल मियां नियाजी ने की। उन्होंने कहा कि हम सब को मिलाद का इनकाद करना चाहिए। कासिक मियां नियाजी, जाहिद मियां नियाजी, राजी मियां नियाजी ने हुजूर की सीरत और उनके बताए हुए रास्ते पर चलने को कहा। सोसायटी कार्यालय एवाने नियाजिया से खानकाह-ए-नियाजिया तक जुलूस निकाला गया जिसमें सभी लोग हरे लिबास में थे। खानकाह के सज्जादा अल्हाज मेहंदी मियां नियाजी किबला की ओर से जुलूस में शरीक लोगों को तबरूक तकसीम किया गया। सभी को ईद मिलादुन्नबी की मुबारकबाद दी। जामी मियां नियाजी, हमजा मियां नियाजी, मुत्तकी मियां नियाजी, जैन मियां नियाजी, फुजैल मियां नियाजी, कायम मियां नियाजी, फकरी मियां नियाजी आदि मौजूद रहे।

दरगाह बशीर मियां में अकीदतमंदों ने की चादरपोशी

जासं, बरेली: ईद मिलादुन्नबी पर शाह सकलैन मियां (मियां हुजूर) ने सुबह 10 बजे दरगाह शाह शराफत मियां से मुहल्ला गुलाबनगर स्थित दरगाह हजरत बशीर मियां पहुंचकर चादर व गुलपोशी की। सभी अकीदतमंदों ने ज्यारत कराई। सभी ने बशीर मियां की मजार पर हाजिरी दी। वापसी में मियां हुजूर बग्गी में बैठकर सैकड़ों जायरीन के साथ घोसियों वाली मस्जिद, बानखाना, पेट्रोल पंप कोहाड़ापीर पहुंचे। इस बीच जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी, सरकार की आमद मरहबा के नारों की सदाएं बुलंद होती रहीं। जगह-जगह रास्ते में फूलों से जुलूस का इस्तकबाल होता रहा। दरगाह शरीफ पहुंच कर मेहमानखाने में पीरो मुरशिद मियां हुजूर ने ईद मिलादुन्नबी की फातिहा की। फैजाने शाह सकलैन फाउंडेशन की ओर से सभी अंजुमनों का स्वागत किया गया।

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