जज को धमकी भरा पत्र लिखने वाले फहीम पाकिस्तानी को कैमरे की मदद से पकड़ने की कोशिश
एंटी करप्शन कोर्ट के जज को चिट्टी भेजकर जान से मारने की धमकी देने वाले तथाकथित फहीम पाकिस्तानी की खाेज अब नए सिरे से होगी।पुलिस कोर्ट परिसर में लगे कैमरों से अब आरोपित की तलाश करेगी।मामला 14 दिसंबर का है।
बरेली, जेएनएन। एंटी करप्शन कोर्ट के जज को चिट्टी भेजकर जान से मारने की धमकी देने वाले तथाकथित फहीम पाकिस्तानी की खाेज अब नए सिरे से होगी।पुलिस कोर्ट परिसर में लगे कैमरों से अब आरोपित की तलाश करेगी।मामला 14 दिसंबर का है। एंटी करप्शन कोर्ट के जज मोहम्मद अहमद खान को धमकी भरा पत्र भेजा गया था।
पत्र के माध्यम से कहा गया था कि जेल में बंद चुन्नीलाल को जमानत दे दी जाए।जमानत न देने पर जज को पूरे परिवार सहित मारने की धमकी दी गई। मामला जज से जुड़ा होने के चलते पुलिस तुरंत जांच में जुट गई थी।जांच में तीन टीमें जुटी। पड़ताल में सामने आया कि जिस फहीम पाकिस्तानी नाम से जज काे धमकी दी गई, वह एक एनकाउंटर में मारा जा चुका है। इसके बाद पुलिस ने दूसरे बिंदुओं पर पड़ताल शुरू की लेकिन, धमकी भरा पत्र किसने भेजा। इस सवाल का जवाब अभी भी आना बाकी है। पत्र को स्पीड पोस्ट करने वाला बेहद ही शातिर है। उसने मुरादाबाद के प्रधान डाकघर के ऐसे काउंटर से पत्र पोस्ट किया था जहां कैमरा नहीं लगा है। लिहाजा, अब अदालत में लगे कैमरे पुलिस की चिंता को दूर करेंगे। जिस अदालत में आरोपित चुन्नीलाल की जमानत अर्जी पर सुनवाई होनी है। वह प्रथम तल पर मौजूद है। जीने से ऊपर चढ़कर गैलरी में जो कैमरा लगा हुआ है। उस कैमरे में आने जाने वालों की तस्वीरें रिकॉर्ड हो जाती हैं। विवेचक दारोगा विक्रम सिंह ने बताया कि उन्होंने चुन्नीलाल के बेटे से संपर्क साधा है कि वह विवेचना में सहयोग करें। अब चुन्नीलाल का बेटा कैमरे की रिकॉर्डिंग को देखकर संबंधित संदिग्ध व्यक्ति को पकड़वाने में मदद करेगा। हालांकि, कैमरों की रिकॉर्डिंग बिना जनपद न्यायालय की परमिशन के किसी को नहीं दिखाई जाएगी। उसके लिए पुलिस को आला-अधिकारियों से परमिशन लेना जरूरी होगा। स्पेशल जज पीसी एक्ट द्वितीय की कोर्ट में चुन्नीलाल की जमानत अर्जी पर सुनवाई 21 जनवरी तक के लिए टल गई है।