बरेली में पर्यावरण विशेषज्ञ बोले- प्लांट लगने पर वातावरण में कुछ फीसद कम हो सकती आक्सीजन, जानिए कैसे

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तीन सौ बेड के अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लग गया है। इससे एक मिनट में करीब एक लीटर आक्सीजन का उत्पादन होगा। यह प्लांट वातावरण में मौजूद गैसों में से ही आक्सीजन को लेगा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 05:40 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 05:40 PM (IST)
बरेली में पर्यावरण विशेषज्ञ बोले- प्लांट लगने पर वातावरण में कुछ फीसद कम हो सकती आक्सीजन, जानिए कैसे
बरेली में पर्यावरण विशेषज्ञ बोले- प्लांट लगने पर वातावरण में कुछ फीसद कम हो सकती आक्सीजन, जानिए कैसे

बरेली, जेएनएन।  कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तीन सौ बेड के अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लग गया है। इससे एक मिनट में करीब एक लीटर आक्सीजन का उत्पादन होगा। यह प्लांट वातावरण में मौजूद गैसों में से ही आक्सीजन को लेगा, जिससे उस क्षेत्र में कुछ फीसद आक्सीजन कम हो सकती है।

पर्यावरणविद प्रो. आलोक खरे का कहना है कि वातावरण में हवा का प्रेशर काफी तेज है। उसमें आक्सीजन, नाइट्रोजन के साथ ही तमाम अन्य गैसें भी विद्यमान हैं। जहां भी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं, वह वातावरण से ही आक्सीजन को लेंगे। यह जेनरेशन प्लांट हवा को लेकर उसमें से आक्सीजन अलग करके अस्पताल को सप्लाई करते हैं, बाकी गैसें दोबारा वातावरण में ही वापस हो जाती है।

वातावरण में गैसों का प्रेशर होने के कारण वहां आक्सीजन की बहुत अधिक कमी नहीं होती। बहुत कम मात्रा में एक स्थान पर चंद समय के लिए आक्सीजन कम हो सकती है, लेकिन यह इतनी कम नहीं होगी कि वहां किसी का दम घुटने लगे। फिर भी ऐसे स्थानों पर आक्सीजन बढ़ाने वाले पेड़ होने चाहिए।

पीकू और आइसीयू में प्लांट से सप्लाई होगी आक्सीजन 

तीन सौ बेड अस्पताल में आक्सीजन की सप्लाई के लिए आक्सीजन जेनरेशन प्लांट के साथ ही दो छोटे प्लांट भी लगाए गए हैं। तीन मंजिला बिल्डिंग के सभी वार्डों में आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था कर दी गई है। सीएमएस डा. वागीश वैश्य ने बताया कि ग्राउंड फ्लोर में 35 बेड का आइसीयू बनाया गया है। इसके साथ ही पहली मंजिल पर 40 बेड का पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) बनाया गया है। इसमें दस वेंटीलेटर बेड, छह बाईपेप, दो वार्मर और दो इनक्यूबेटर लगाए हैं।

दूसरी मंजिल पर पचास आक्सीजन बेड की व्यवस्था की है। यहां आक्सीजन जेनरेशन प्लांट से सप्लाई की जाएगी। इसके अलावा 45 सिलिंडर वाले मेनीफोल्ड प्लांट से दूसरी मंजिल पर बने पांच ब्लाक के 165 बेड पर आक्सीजन सप्लाई होगी। 16 सिलिंडर लगने वाले छोटे मेनीफोल्ड प्लांट की आक्सीजन को इमरजेंसी के लिए रखा जाएगा।

डीआरडीओ ने तीन बेड अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगा दिया है। इसके अस्पताल में आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था कर ली गई है। शुक्रवार को प्लांट को चलाकर चेक किया जाएगा। डा. सुधीर कुमार गर्ग, सीएमओ

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