सरकार के संकल्प में लापरवाही पर नाराज हुए ऊर्जा मंत्री, निदेशक वाणिज्य व चीफ इंजीनियर को दिया कारण बताओ नोटिस
ट्रांसफार्मरों की लोड बैलेंसिंग न करने उनके फूंकने के कारणों की सही जानकारी न दे पाने और लाइन लॉस को 15 फीसद से कम करने में नाकामयाब रहे बरेली के चीफ इंजीनियर तारीक मतीन और डिस्काॅक के निदेशक वाणिज्य ब्रहमपाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
बरेली, जेएनएन। समीक्षा ऊर्जा मंत्री की हुई। अधिकारियों ने अच्छी तस्वीर दिखाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन दीपावली तक 24 घंटे बिजली देने के सरकार के संकल्प में अधिकारियों की लापरवाही खूब उजागर हुई। ट्रांसफार्मरों की लोड बैलेंसिंग न करने, उनके फूंकने के कारणों की सही जानकारी न दे पाने और लाइन लॉस को 15 फीसद से कम करने में नाकामयाब रहे बरेली के चीफ इंजीनियर तारीक मतीन और डिस्काॅक के निदेशक वाणिज्य ब्रहमपाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
लापरवाही के लिए एक सप्ताह के अंदर आख्या तलब की गई है। सिर्फ बरेली ही नहीं, कार्यों में लापरवाही पर अयोध्या, गोंडा, लखनऊ जोन, मेरठ, मुरादाबाद, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा और सहारनपुर के चीफ इंजीनयर और दोनो ही डिस्कॉम के निदेशक वाणिज्य को कारण बताओ नोटिस जारी हुए हैं। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने सोमवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत अयोध्या, देवीपाटन, लखनऊ, बरेली और पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के अधीन बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, मुरादाबाद और सहारनपुर जोन के चीफ इंजीनियर्स के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में आपूर्ति, लाइन लॉस कम करने के अभियान की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि टेबल बिलिंग, गलत बिलिंग एमडी विशेष टीम भेजकर परीक्षण कराएं। गड़बड़ी मिलने पर बिलिंग करने वाली एजेंसी पर एफआइआर दर्ज कराएं। उपभोक्ता की गलत बिलिंग की शिकायतों पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही भी एमडी अपने स्तर से सुनिश्चित करें। उन्होंने बरेली समेत मध्यांचल के 1232 व पश्चिमांचल के 1010 हाई लॉस उपकेंद्रों को 15 फीसद से नीचे लाने के निर्देश दिए। बरेली समेत सभी जिले में हर उपकेंद्र की फीडरवार समीक्षा होगी। उन्होंने अध्यक्ष यूपीपीसीएल व प्रबंध निदेशक को खुद निगरानी करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 24 घंटे बिजली देने का संकल्प लिया है, इसलिए दीपावली से पहले लाइन लॉस को 15 फीसद से नीचे लाना जरूरी है। इसके लिए 30 दिनों की मोहलत है। उन्होंने ट्रांसफार्मरों की लोड बैलेंसिंग न करने, उनके फूंकने के कारणों की सही जानकारी न दे पाने व लक्ष्यपूर्ति में लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि लापरवाही से अच्छे उपभोक्ता को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने दीपावली से पहले सभी वितरण ट्रांसफार्मरों की लोड बैलेंसिंग कराने के निर्देश दिए। दीपावली पर 24 घंटे बिजली मिलनी चाहिए। यह भी कहा कि सभी उपभोक्ताओं को हर हाल में समय से बिल मिले इसका विशेष ध्यान रखा जाए। सभी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता व एसडीओ अपने अधीन उपकेंद्रों का निरीक्षण कर लें। 30 दिन बाद दोबारा समीक्षा में लापरवाही पर जवाबदेही तय होगी।