Employment Guarantee Scheme News : बरेली में काम देने के लिए अफसर तलाश रहे हर गांव में 100 निर्धन परिवार, जानिए किनको मिलेगा काम
Employment Guarantee Scheme News महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के तहत अब हर गांव के सौ सबसे निर्धनतम परिवारों को तलाश कर उन्हें सौ दिन का रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए रोजगार सेवक हर गांव में ऐसे परिवारोें की तलाश कर रहे हैं।
बरेली, जेएनएन। Employment Guarantee Scheme News : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के तहत अब हर गांव के सौ सबसे निर्धनतम परिवारों को तलाश कर उन्हें सौ दिन का रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए रोजगार सेवक हर गांव में ऐसे परिवारोें की तलाश कर रहे हैं। इन परिवारों को इसी माह से रोजगार दिया जाना है। 90 दिन का पूरा करने वाले परिवारों को श्रम विभाग में पंजीकृत कराया जाएगा।
डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने बताया कि शासन ने सभी ग्राम पंचायतों के सबसे निर्धनतम परिवारों को सौ दिन का काम देने के निर्देश दिए हैं। गांवों में सबसे निर्धनतम परिवारों को तलाशने के लिए दस श्रेणी भी तय की गई हैं। इसमें अनुसूचित जाति व जनजाति के परिवार, घुमंतू, महिला प्रधान परिवार, एसईसीसी के अंतर्गत चयनित परिवार, दिव्यांग प्रधान परिवार, भूमि सुधार के लाभर्थी, प्रधानमंत्री आवास योजना के अधीन लाभार्थी, पारंपरिक वनवासी, कृषि ऋण एवं ऋण राहत 2008 के यथापरिभाषित लाभार्थियों को इस श्रेणी में शामिल किया गया है।
डीसी मनरेगा ने बताया कि इन परिवार को तलाशने के लिए रोजगार सेवकों को लगा दिया गया है। ऐसे परिवारों को तालाब खोदाई, पौधारोपण के लिए गड्ढे खोदने आदि कामों में लगाया जाएगा। बताया कि शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार इन परिवारों को इसी माह से काम दिया जाना सुनिश्चित करना है।
गुरुवार को शासन से इसे लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर कार्य में तेजी लाने के दिशा निर्देश भी दिए गए। बताया गया कि यह परिवार जब 90 दिन का काम पूरा कर लें इसके बाद उनका पंजीकरण श्रम विभाग में कराएं। जिससे वह श्रम कल्याण विभाग समेत अन्य विभागों में चल रही 16 श्रमिक योजनाओं का लाभ ले सकें।
सात जनसेवा केंद्रों ने शुरू किया पंजीकरण
डीसी मनरेगा गंगाराम ने बताया कि अब तक जो परिवार 90 दिन का काम पूरा कर चुके हैं। उन्हें श्रम विभाग में पंजीकरण किया जाना शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सात जनसेवा केंद्रों को लगाया गया है। वह गांव गांव जाकर मनरेगा मजदूरों को श्रम विभाग में पंजीकृत कर रहे हैं। इसके बाद इन लोगोें को 16 योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।