बिजली चोरी पर अधूरी रिपोर्ट, पूरी जांच को पहुंची लखनऊ की टीम

शहर के फाइक एन्क्लेव में बिजली चोरी करने की शिकायत पर हुई कार्रवाई पहले से संदेह के घेरे में थी। अब रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Aug 2018 05:54 PM (IST) Updated:Tue, 07 Aug 2018 05:54 PM (IST)
बिजली चोरी पर अधूरी रिपोर्ट, पूरी जांच को पहुंची लखनऊ की टीम
बिजली चोरी पर अधूरी रिपोर्ट, पूरी जांच को पहुंची लखनऊ की टीम

जेएनएन, बरेली। शहर के फाइक एन्क्लेव में बिजली चोरी करने की शिकायत पर हुई कार्रवाई पहले से संदेह के घेरे में थी। अब अधीक्षण अभियंता शहर की भेजी गई जांच रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। मामले की तह तक पहुंचने के लिए मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी संजय गोयल ने जांच के लिए लखनऊ से अधीक्षण अधिकारियों के लेवल की टीम भेजी। लखनऊ से एसई चंद्रवीर सिंह गौतम और शैलेष गुप्ता दोपहर साढ़े बारह बजे शहर पहुंचे। मुख्य अभियंता से मुलाकात के बाद टीम एसई शहर एनके मिश्रा से मिली।

दो अगस्त को फाइक एन्क्लेव में बिजली चोरी पकड़ने गई टीम के बयान लिए। इनमें एसडीओ, अवर अभियंता, मीटर जेएमपी आदि शामिल थे। शाम करीब साढ़े पांच बजे टीम लखनऊ वापस रवाना हो गई।

--जांच रिपोर्ट में नहीं थे बयान : दो अगस्त को फाइक इन्क्लेव में बिजली चोरी पकड़ने गई टीम की कार्रवाई में कई लोगों को बचाने की शिकायत एमवीवीएनएल एमडी तक पहुंची थी। एमडी के निर्देश पर मामले की जांच एसई शहर एनके मिश्र को सौंपी गई थी। एमडी के मुताबिक जांच रिपोर्ट में कई कन्फ्यूजन थे। शिकायत मिली थी कि बिजली चोरी करने वाले कनेक्शन कम हैं। स्टेटमेंट भी नहीं लिए गये थे। ऐसे में टीम को पूरी जांच करने भेजा था।

--ये था मामला : एक अगस्त को आय-व्यय की समीक्षा करने के लिए चेयरमैन विजय गुप्ता शहर आए थे। करीब साल भर पहले तक मंडल के चीफ इंजीनियर भी रहे विजय गुप्ता ने फाइक इन्क्लेव समेत कुछ जगह बिजली चोरी की सूचना आने की बात कही थी। टीम चेकिंग को मौके पर पहुंची मगर कहा गया कि अधिकारियों ने कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों को छोड़ दिया था। जिसकी शिकायत एमडी तक पहुंची थी। एमडी के निर्देश पर चीफ इंजीनियर एसके सक्सेना ने मामले की जांच एसई शहर एनके मिश्र को सौंपी थी।

--मंगलवार को मिलेगी रिपोर्ट : टीम अधूरी रिपोर्ट और कार्रवाई की पूरी जांच के बाद शाम को बरेली से रवाना हुई है। मंगलवार को रिपोर्ट मिलेगी। इसके बाद तय हो पाएगा कि कमी कहां थी। - संजय गोयल, एमडी, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड

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