बरेली में तेज बारिश से उफनाए नाले में बह गया बुजुर्ग, नगर निगम के कर्मचारी बुजुर्ग की तलाश में जुटे
Elderly flowed into drain in Bareilly बानखाना में तेजी बारिश के दौरान एक बुजुर्ग नाले में बह गए। स्थानीय पार्षद ने सूचना नगर आयुक्त को दी। उन्होंने नाले में कर्मचारियों से तलाशा लेकिन पता नहीं चला। ठिरिया निजावत खां के लोगों ने वहींं के होने की आशंका जताई है।
बरेली, जेएनएन। Elderly flowed into drain in Bareilly : बानखाना में तेजी बारिश के दौरान एक बुजुर्ग नाले में बह गए। स्थानीय पार्षद ने सूचना नगर आयुक्त को दी। उन्होंने नाले में कर्मचारियों से तलाशा, लेकिन बुजुर्ग का पता नहीं चला। ठिरिया निजावत खां के लोगों ने वही के गुमशुदा बुजुर्ग के होने की आशंका जताई है। घटना सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे की है। स्थानीय पार्षद शमीम अहमद ने बताया कि नीम की मठिया के पास काफी चौड़ा नाला है।
उस पर कुछ हिस्से में स्लैब पड़ा हुआ है। वहां पास के दुकानदार जंग बहादुर के मुताबिक सोमवार शाम को एक बुजुर्ग वहां थे। नाले पर ऊपर तक पानी चल रहा था। स्लैब से आगे निकलने पर अचानक वह नाले में बह गए। पार्षद ने मामले की सूचना दूसरे दिन नगर आयुक्त को दी। नाले का पानी उतरने पर नगर निगम के कर्मचारियों ने तलाश किया, लेकिन बुजुर्ग नहीं मिले। पार्षद के अनुसार नगर पंचायत ठिरिया निजावत खां के लोगों ने वहां के एक बुजुर्ग जो 18 अक्टूबर से लापता है, उनके होने की आशंका जताई है। निगम की टीम गुरुवार को एक बार फिर नाले में बुजुर्ग की तलाश करेगी। पार्षद ने बताया कि खुले हुए नाले में इस तरह की यह तीसरी घटना है।
बरेली कालेज में तोड़फोड़ के विरोध में सछास का प्रर्दशन आज : बरेली कालेज में बीते दिनों तीन गेट, कुर्सी व प्राचार्य कक्ष में तोड़फोड़ व प्राचार्य की कुर्सी को सड़क किनारे कीचड़ में रखे जाने के विरोध में समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ता गुरुवार को प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन के माध्यम से सभी तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्राचार्य डा. अनुराग मोहन को ज्ञापन भी देंगे। बरेली कालेज के पूर्व छात्रसंघ महामंत्री हृदेश यादव ने बताया कि महाविद्यालय के प्राचार्य की कुर्सी से छेड़छाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे उपद्रवियों पर जब तक कार्रवाई नहीं की जाती है। सछास प्रदर्शन करेंगी। सछास के जिलाध्यक्ष मुकेश यादव ने बताया कि छात्र हित में समाजवादी छात्र सभा भी प्रदर्शन व आंदोलन करती है, लेकिन महाविद्यालय की संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाता। गुरुजनों का पार्टी के द्वारा कभी भी निरादर नहीं किया गया। जबकि सभ्यता व संस्कृति का नारा देने वाले लोग ही इसके विपरीत कार्य कर रहे हैं। जिसे सछास बर्दाश्त नहीं करेगी।