Eid ul Fitr 2021 : शायर वसीम बरेलवी बोले, आध्यात्मिक तौर पर खुद को क्वारंटाइन करने जैसा है रमजान का महीना

Eid ul Fitr 2021 ईद से पहले अंतरराष्ट्रीय शायर प्रोफेसर वसीम बरेलवी ने रमजान माह की खासियत बताई। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से दुनिया भर में कोरोना के खात्मे की दुआ करने की अपील भी की। बोले रमजान के महीने में की गई दुआ जल्द कबूल होती है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 07:33 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 07:33 AM (IST)
Eid ul Fitr 2021 : शायर वसीम बरेलवी बोले, आध्यात्मिक तौर पर खुद को क्वारंटाइन करने जैसा है रमजान का महीना
अंतरराष्ट्रीय शायर प्रोफेसर वसीम बरेलवी ने सादगी से ईद मनाने की अपील की।

बरेली, जेएनएन। Eid ul Fitr 2021 : ईद से पहले अंतरराष्ट्रीय शायर प्रोफेसर वसीम बरेलवी ने रमजान माह की खासियत बताई। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से दुनिया भर में कोरोना के खात्मे की दुआ करने की अपील भी की। बोले, रमजान के महीने में की गई दुआ जल्द कबूल होती है।प्रोफेसर वसीम बरेलवी ने बताया कि ईद एक महीने की रियाजत और इबादत का फल है। इस एक महीने में लोग अपने इच्छाओं को दबाकर सिर्फ इबादत में लगे रहे हैं।

लोगों को यह एहसास होता है कि आखिर भूख क्या होती है। बोले, रमजान का एक महीना आध्यात्मिक तौर पर क्वारंटाइन होने जैसा है। इसमें मुसलमान खुद को बुराइयों से अलग कर लेते हैं। दिन भर कुछ खाते-पीते नहीं। अपनी इंद्रियों की सरकशी पर काबू पाना लाकडाउन जैसा है। उन्होंने बताया कि रोजे रखने से आत्मबल बढ़ता है। सहनशीलता पैदा होती है। इससे इंसान बेहतर बनता है। रमजान का एक महीना ट्रेनिंग जैसा है, जिससे 11 महीने का जीवन चलता है।

लोगों में शक्ति का संचार होता है। ईद के दिन यह सजता ए शुक्र में बदल जाती है। लोग इस बात का सजता करते हैं कि ए रब तूने हमारे अंदर इतनी ताकत दी। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी ऐसे ही ईद आई, इस बार भी चारों ओर महामारी का प्रकोप है। ऐसे में भी लोगों ने रोजे रखे, अपनी नब्ज पर काबू रखा। ऐसे समय में की हुई दुआ अल्लाह जरूर कबूल करता है।

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