एक बार फिर घर की ओर लौटने लगे प्रवासी, सिर्फ कोरोना संक्रमण का डर ही नहीं अन्य वजह भी लौटने की
पिछले वर्ष लॉकडाउन के चलते जहां बड़ी संख्या में प्रवासी घरों को वापस लौटे थे वहीं कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक बार फिर से प्रवासियों ने घरों की ओर रूख कर लिया है। कोरोना संक्रमण का असर अब काम पर भी इसका असर दिखने लगा है।
बरेली, जेएनएन। पिछले वर्ष लॉकडाउन के चलते जहां बड़ी संख्या में प्रवासी घरों को वापस लौटे थे, वहीं कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक बार फिर से प्रवासियों ने घरों की ओर रूख कर लिया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण का असर अब काम पर भी इसका असर दिखने लगा है। गरीब व मजदूर तबका अपनी गृहस्थी समेटेने लगा है। लोग अपने गांव की ओर पलायन को मजबूर हैं। शहर के बाहरी हिस्सों के प्रमुख चौराहों बस अड्डों व रेलवे स्टेशनों पर मजदूरों व गैर जनपद के लोगों की भीड़ साफ दिख रही है।
सेटेलाइट बस अड्डे पर रात्रि 9.30 बजे सीतापुर के लिए बस के इंतजार में बैठी नीलम ने बताया कि वह दिल्ली में मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करतीं हैं। कोरोना संक्रमण बढ़ने पर सबसे पहले परिवार को बचाना है। साथ ही लॉकडाउन लगने की संभावना लगी तो उन्होंने अपना पूरा सामान उठा अपने गांव के लिए रुख कर लिया है।पीलीभीत बाईपास रोड स्थित एक शोरूम में काम करने वाले सौरभ ने बताया कि वह मूलरूप से बस्ती का रहने वाला है। संक्रमण बढ़ा तो काम भी सिमटता जा रहा है। काम न होने से जेब भी खाली हो रही है। ऐसे में भुखमरी का सामना करना पड़े उससे पहले घर की ओर रूख करना जरूरी समझा।
सेटेलाइट बस अड्डे के पूछताछ काउंटर पर लगी भीड़
शहर के सेटेलाइट बस अड्डे पर शाम के आठ बजते हीं लोगों की भीड़ बस अड्डे पर देखने को मिली। हाथों में बैग के साथ ही पीठ पर भी बैग लदे थे। बस अड्डे में अन्य दिनों की तुलना में कम बसें थी। ऐसे में अपने गंतव्य को जाने के लिए लोग पूछताछ काउंटर को घेरकर अपने-अपने रूट की बसों की जानकारी लेने में जुटे थे।रोडवेज बसों की उपलब्धता पर्याप्त न होने का फायदा निजी वाहन स्वामियों ने जमकर उठाया। आस-पास के कस्बों व जिलों को जाने वाले यात्रियों ने मजबूरन निजी वाहनों से सफर किया। ऐसे में निजी वाहन स्वामियों ने भी मनमाफिक रुपये वसूल किए।
दिन में सन्नाटा रात में भीड़
बरेली रेलवे स्टेशन पर जहां आम दिनों की तुलना में शनिवार दिन में कम लोग रहें। वहीं रात में स्टेशन परिसर व सर्कुलेटिंग एरिया में लोगों की भीड़ दिखी। यही हाल बस अड्डे का भी रहा। दिन में जहां बस अड्डे में सन्नाटा पसरा रहा वहीं रात होते ही भीड़ उमड़ पड़ी।