आबादी के बीच सजा बारूद का बाजार
आबादी के बीच बारूद के ढेर लग चुके हैं।
बरेली, जेएनएन : आबादी के बीच बारूद के ढेर लग चुके हैं। सौ फुटा रोड पर पटाखों की 18 दुकानें सजी हुई हैं। एक तो वैसे ही आतिशबाजी के नाम पर धन व पर्यावरण की बर्बादी होती है। ऐसे में यदि कोई हादसा हुआ तो यहां जान-माल का काफी नुकसान होने की संभावना है। इस बार इन दुकानों को शहर के बाहर शिफ्ट किया जाना था, लेकिन कोविड संक्रमण के चलते कारोबारियों को मार्च 2021 तक के लिए लाइसेंस नवीनीकरण का फायदा दिया गया है।
आगरा में पटाखा हादसा होने के बाद प्रशासन संवेदनशील हुआ है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने पटाखा कारोबारियों के गोदाम से लेकर दुकानों पर सुरक्षा व्यवस्था को दोबारा जांचा है। दरअसल सौ फुटा रोड पर पटाखा की दुकानों के विकसित होने के दौरान शहर डेलापीर तक सीमित था। पिछले कुछ सालों में पीलीभीत रोड और नैनीताल रोड पर कालोनियों की बसाहट बढ़ी है। नतीजा यह हुआ कि यह पटाखा बाजार अब शहर में आ चुका है। सिटी मजिस्ट्रेट की कमेटी ने इसका सर्वे किया था। रिपोर्ट लगने के बाद इन दुकानों को हटाया जाना था, लेकिन अब कोविड के चलते इन्हें राहत दी गई है।
फैक्ट फाइल
42 पटाखा दुकानें जिले में
18 दुकानें सौ फुटा रोड पर
5 दुकानें मिनी बाईपास पर
1 दुकान सीबीगंज में
वर्जन
पटाखा दुकानों का सर्वे हो चुका है। सतर्कता के साथ कारोबारियों को व्यवसाय करने की अनुमति दी गई है। मार्च 2021 तक तक सौ फुटा रोड का पटाखा कारोबारियों का लाइसेंस नवीनीकरण किया गया है।
- महेंद्र कुमार सिंह, एडीएम सिटी