अफसरों की लापरवाही खौफनाक हाईवे पर बांट रही मौत Bareilly News

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से ब्लैक स्पॉट पर काम नहीं कराया जा रहा है और प्रशासनिक महज मीटिंग करने और निर्देश जारी करने तक सीमित हैं।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Sun, 14 Jul 2019 01:26 PM (IST) Updated:Sun, 14 Jul 2019 10:34 PM (IST)
अफसरों की लापरवाही खौफनाक हाईवे पर बांट रही मौत Bareilly News
अफसरों की लापरवाही खौफनाक हाईवे पर बांट रही मौत Bareilly News

बरेली, जेएनएन : कहने के लिए मंत्री से लेकर अफसर तक सब हरकत में हैं। एक के बाद दूसरा और फिर तीसरा हादसा हो रहा है। हादसों का यह सिलसिला लंबा चलता चला जा रहा है। जहां उत्तराखंड के मंत्री पुत्र की मौत हुई उसी जगह बीती रात तीन और लोगों की जान चली गई। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से ब्लैक स्पॉट पर काम नहीं कराया जा रहा है और प्रशासनिक महज मीटिंग करने और निर्देश जारी करने तक सीमित हैं। रवैये में तब भी बदलाव नहीं आया, जब प्रभारी मंत्री ब्रजेश पाठक ने भरी बैठक में हाईवे के हादसों पर सख्त नाराजगी का इजहार किया। अफसरों से कह गए थे कि मौका मुआयना करके ब्लैक स्पॉट पर काम कराएं, ताकि हादसे रोके जा सकें।

इंवर्टिस से लेकर शाहजहांपुर हाईवे फोरलेन का काम बहुप्रतीक्षित हो गया है। पहले कंपनी भागने की वजह से काम अटका रहा। अब यह जिम्मेदारी विभाग को मिल चुकी है। पैसा भी दे दिया गया है लेकिन जमीन पर काम नहीं हो रहा है, जिससे हाईवे से होकर गुजरने वालों की जान दांव पर लगी है। थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद लोग जान गवां रहे हैं। ऐसा तब है, जब सत्ता से लेकर नौकरशाही तक हाईवे फोरलेन का काम प्राथमिकता में शामिल है। फिर भी हाईवे की स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आ रहा है। लोग लापरवाही से मौत का शिकार बन रहे हैं और सिस्टम तमाशबीन बना बैठा है।

मिट्टी के ढ़ेर के पीछे लगाए सड़क बंद होने के बोर्ड

फरीदपुर रोड पर टोल प्लाजा के पास खतरनाक मोड़ पर हादसे रोकने के लिए पर्याप्त व्यवस्था एनएचएआइ ने नहीं की थी। वहां डायवर्जन और रास्ता बंद होने के बोर्ड लगाए गए हैं, लेकिन सही जगह पर नहीं। तीव्र मोड़ पर वाहनों की गति रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। दूसरे बड़े हादसे के बाद वहां एनएचएआइ ने रम्बल स्टिप बना दिए हैं। वहां एनएचएआइ के अधिकारियों ने बोर्ड तो लगाए हैं, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति के लिए।

मोड़ से कुछ पहले डायवर्जन के बोर्ड लगे होने चाहिए, वहां मोड़ के बिलकुल नजदीक सड़क किनारे बोर्ड लगा है, जो अक्सर देर से दिखाई देता है। इतना ही नहीं खराब सड़क पर जहां मिट्टी के ढेर पड़े हैं, उसके पीछे सड़क बंद होने का बोर्ड लगाया है। वही, दोनों ओर से वाहनों की गति रोकने के लिए वहां कोई इंतजाम नहीं थे। शनिवार शाम को वहां दोनों ओर खतरनाक मोड़ से पहले दस मीटर की दूरी पर छह-छह रम्बल स्टिप एनएचएआइ ने लगवा दिए हैं। सीनियर मैनेजर आकांश के अनुसार वहां सड़क पर डेटेनेटर भी लगाए गए थे, जिन्हें वहां के लोगों ने निकाल लिया।

फोरलेन निर्माण के लिए शासन को लिखेंगे

फरीदपुर विधायक डॉ. श्याम बिहारी ने क्षेत्र के टोल प्लाजा पर गुरुवार रात हुए हादसे को दुखद बताया। उन्होंने कहा कि बीते बीस दिन में यह दूसरा बड़ा हादसा है। इससे पहले 26 जून की रात उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री के बेटे की यहां सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हुई। अब गुरुवार रात आयकर अधिकारी समेत तीन लोगों की मौत हुई। लखनऊ में 17 जुलाई को विधानसभा कमेटी की बैठक है, जिसमें पीडब्ल्यूडी के अफसर भी मौजूद रहेंगे। फिर से यह मामला उठाएंगे। हालांकि इसमें कार्रवाई एनएचएआइ को करनी है, इसलिए उन पर दबाव बने। इसके लिए फोरलेन निर्माण में तेजी लाने को शासन को पत्र लिखेंगे।

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