बरेली में एक करोड़ की नशीली दवाओं की सूचना पर ड्रग विभाग ने गोदाम पर मारा छापा, फिर की ये कार्रवाई

नशीली दवाओं के अवैध भंडारण पर छापामारी करने अशरफ खां छावनी की आशा विहार कॉलोनी में पहुंची ड्रग विभाग की टीम ने गोदाम को सील कर दिया। दवाओं का ब्योरा देर रात तक तैयार होता रहा। ड्रग विभाग के अफसरों के मुताबिक अवैध भंडारण में नशीली दवाएं नहीं मिली है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 08:00 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 08:00 AM (IST)
बरेली में एक करोड़ की नशीली दवाओं की सूचना पर ड्रग विभाग ने गोदाम पर मारा छापा, फिर की ये कार्रवाई
बरेली में एक करोड़ की नशीली दवाओं की सूचना पर ड्रग विभाग ने गोदाम पर मारा छापा

बरेली, जेएनएन। : नशीली दवाओं के अवैध भंडारण पर छापामारी करने अशरफ खां छावनी की आशा विहार कॉलोनी में पहुंची ड्रग विभाग की टीम ने गोदाम को सील कर दिया। दवाओं का ब्योरा देर रात तक तैयार होता रहा। ड्रग विभाग के अफसरों के मुताबिक अवैध भंडारण में नशीली दवाएं नहीं मिली है। लेकिन भंडारण का लाइसेंस नहीं लिया गया था।

ड्रग इंस्पेक्टर विवेक के मुताबिक प्रेमनगर के अशरफ खां छावनी की आशा विहार कॉलोनी में पूनम वर्मा के घर में एक करोड़ रुपये की अवैध दवाओं का भंडारण की सूचना मिली थी। उन्होंने थाने की पुलिस को सूचना दी। बदायूं के ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत भी टीम का हिस्सा रहे। देर रात करीब 11.30 बजे छापामारी की गई।

दवाओं का भंडारण करने वाले गौरव अरोड़ा निवासी मिनी बाइपास को मौके पर बुलाया गया। पहले आधे घंटे गौरव गोदाम की चाबियां नहीं होने की बात कह टालते रहे। ड्रग इंस्पेक्टर के मुताबिक दवा कारोबारी शुरूआत में गुमराह करते रहे। आधे घंटे की मशक्कत के बाद गोदाम की चाबियां मंगवाई जा सकी।

गोदाम खुलने के बाद अंदर बुखार, बदन दर्द की दवाएं मिली। नशीली दवाएं भले नहीं मिली, लेकिन दवा कारोबारी के पास पॉश कॉलोनी में भंडारण का लाइसेंस नहीं था। ड्रग विभाग ने गोदाम को सील किया। अब दवा कारोबारी को नोटिस जारी किया जाएगा।

गौरव ने बताया कि उन्होंने दवा कारोबार पांच महीने पहले ही शुरू किया है। नावा हेल्थ केयर का डिस्ट्रिब्यूशन है। पहले भंडारण मिनी बाईपास में एक गोदाम पर था। लेकिन दीमक लगने के बाद यहां रविवार शाम को शिफ्ट कराया गया था। उनके मुताबिक पड़ोसियों ने ही शिकायत की है। उनके पास ड्रग लाइसेंस है, लेकिन इस बिल्ड़िंग में भंडारण का लाइसेंस नहीं था। 

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