डा. सौरभ गोयल बोले.. बोतल की जगह गिलास से पीएं पानी
सर्दी शुरू हो गई है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए ठंड से बचकर रहें। बोतल से सीधे घटाघट पानी नहीं पीएं। इससे गला खराब होने से इंफेक्शन हो सकता है। गिलास से ही घूंट-घूंट कर लें।
जागरण संवाददाता, बरेली: सर्दी शुरू हो गई है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए ठंड से बचकर रहें। बोतल से सीधे घटाघट पानी नहीं पीएं। इससे गला खराब होने से इंफेक्शन हो सकता है। गिलास से ही घूंट-घूंट कर लें। घर से निकलें तो गर्म कपड़े जरूर पहन लें। सुबह-शाम भी अब हल्के कपड़े नहीं चलेंगे। लापरवाही बरती तो ठंड आपको बीमार कर देगी। बुधवार को जागरण प्रश्न पहर में मौजूद शहर के वरिष्ठ फिजिशियन डा. सौरभ गोयल ने यह बातें फोन पर लोगों से कहीं। उन्होंने लोगों को स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। शुगर, बीपी, दिल की बीमारी के मरीजों को खास ख्याल रखने को कहा। गुनगुना पानी का सेवन अधिक करने और दिक्कत होने पर तुरंत डाक्टर की सलाह लेने का मशविरा दिया। पेश हैं लोगों के साथ उनकी बातचीत के कुछ अंश।
प्रश्न: मौसम बदलता है तो जुकाम हो जाता है। ठंडी चीजें भी नहीं ले रहे हैं। कैसे बचाव रखें?
इमरान अंसारी, बरेली कालेज, बरेली
उत्तर : आपका शरीर बदलते मौसम के प्रति काफी संवेदनशील है। ऐसे लोगों को मौसम के अनुरूप ढलने में कुछ समय लगता है। तब तक आपको सावधानी रखनी होगी। गला, कान, नाक को ढककर ही बाहर निकलें। गर्म पानी पीएं। ठंडी चीजों से परहेज करें।
प्रश्न : दो माह पहले ब्रेन स्ट्रोक पड़ा था। ऐसे में ठंड के दौरान क्या सावधानी बरतने की जरूरत है?
डा. रमेश केसरी, महानगर
उत्तर : सर्दियों में अक्सर ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है इसलिए स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है। घर से निकलते वक्त मुंह, सिर, कान, नाक को ढककर रखें। ठंड से बचाव करें। गुनगुना या गर्म पानी पीएं। सामान्य खाना लें। फलों का सेवन अधिक करें। दवाएं नियमित तौर पर खाएं।
प्रश्न : अक्सर सीने में हल्का-हल्का दर्द होता है। कभी-कभार सांस भी फूलने लगती है। क्या करना चाहिए?
असद अंसारी, फतेहगंज पश्चिमी
उत्तर : सीने में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार यह मांसपेशियों के कारण होने लगता है। गैस से भी दर्द की शिकायत रहती है। दिल की बीमारी में भी यह हो सकता है। इसलिए जांच कराना जरूरी है।
प्रश्न : लगातार कई दिनों से बुखार आ रहा है। रात में पसीना आता है। सीने में जकड़न है। दवा खा रहे हैं।
प्रेमपाल वर्मा, आंवला
उत्तर : आपको तुरंत जांच करानी चाहिए। टायफाइड या फिर वायरल फीवर भी हो सकता है।
प्रश्न : हमारे स्कूल में एक अभिभावक हैं। उनकी छाती में दर्द उठता है, धड़कन भी कम हो जाती है। जकड़न भी रहती है।
डा. अमित शर्मा, मटिया नगला, फरीदपुर
उत्तर : उन्हें इंफेक्शन हो सकता है। एक बार छाती का एक्स-रे करा लें। जिस वक्त धड़कन कम हो, तब ईसीजी करा कर देख लें।
प्रश्न : डायबिटीज है और हाईपरटेंशन का भी मरीज हूं। क्या करना चाहिए?
आरएस लाल, सर्वोदय नगर
उत्तर : दवाएं नियमित रूप से लेते रहें। खानपान का ध्यान रखें। ठंड से बचाव रखें और व्यायाम करें।
प्रश्न : डायबिटीज का मरीज हूं। खाने के दो घंटे बाद जांच में शुगर 200 निकली। जोड़ों में दर्द रहता है। गला सूखा रहता है। नरेंद्र कुमार गुप्ता, बहेड़ी
उत्तर : शुगर बढ़ने पर खुश्की रहती है। प्यास ज्यादा लगेगी। इसे नियंत्रित रखना जरूरी है।
इन चीजों का करें इस्तेमाल
डा. सौरभ ने बताया कि ठंड में तरल पेय पदार्थ अधिक लें। गर्म पानी, सूप, चाय, काफी पीएं। फल खाएं, ड्राई फ्रूट्स की मात्रा बढ़ा लें। अंडा उबालकर खाएं। अगर कोलेस्ट्राल की समस्या है तो अंडे का पीला भाग हटा दें। शुगर, बीपी, दिल की बीमारी की दवा न छोड़ें।
इनका इस्तेमाल करने से बचें
ठंड में जरूरी है कि शुगर और ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहे। इस पर ध्यान दें। स्मोकिग और शराब का सेवन नहीं करें। डायबिटीज वाले मरीज मीठे फल नहीं खाएं। फलों का जूस, कोल्ड ड्रिक पीने से भी बचें। नमक का अधिक सेवन न करें।