बरेली के सुभाषनगर में पटाखों की अस्थायी दुकानों पर अभी संशय बरकरार, जानें नगर निगम क्यों नहींं दे रहा इजाजत
Firecrackers Shops in Bareilly शहर में आतिशबाजी के थोक विक्रेताओं के लाइसेंस नवीनीकरण नहीं होने के बाद सुभाषनगर की अस्थायी दुकानों पर भी संशय बन गया है। नगर आयुक्त ने अपनी रिपोर्ट में उस जगह को आबादी के बीच बताया है।
बरेली, जेएनएन। Firecrackers Shops in Bareilly : शहर में आतिशबाजी के थोक विक्रेताओं के लाइसेंस नवीनीकरण नहीं होने के बाद सुभाषनगर की अस्थायी दुकानों पर भी संशय बन गया है। नगर आयुक्त ने अपनी रिपोर्ट में उस जगह को आबादी के बीच बताया है। सौ फुटा रोड और मिनी बाइपास रोड पर आतिशबाजी की थोक बिक्री करने वाले 20 व्यापारियों के लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हो पाए हैं। सीएफओ ने अपनी रिपोर्ट में दुकानें आबादी के बीच होना बताकर लाइसेंस नवीनीकरण नहीं करने की संस्तुति की थी। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने रिपोर्ट बनाकर डीएम के पास फाइल भेजी है।
इधर, दिवाली से तीन दिन पहले शहर में पटाखों के अस्थायी बाजार लगाने के लिए भी लाइसेंस दिए जाते हैं। शहर के 11 स्थानों पर खुले मैदानों में अस्थायी आतिशबाजी की दुकानें लगाने को मंजूरी दी जाती है। इस बार सुभाषनगर में रेलवे लाइन के किनारे आतिशबाजी का अस्थायी बाजार लगने पर संशय बन गया है। सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडेय के मुताबिक नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने सुभाषनगर में स्थायी बाजार लगाने पर आपत्ति लगाई है। उन्होंने स्थल को आबादी के बीच बताते हुए वहां आतिशबाजी की अस्थायी दुकानें लगाना उचित नहीं बताया है।
मारपीट के तीन माह पुराने मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट : मारपीट के तीन माह पुराने मामले में रविवार को बारादरी पुलिस ने पांच आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। नामजद आरोपितों में नन्हें यादव, हरीश, प्रशांत पटेल, लीलावती व शेर सिंह निवासी संजयनगर का नाम शामिल है। बारादरी के दुर्गानगर के रहने वाले पुष्पेन्द्र सिंह के मुताबिक, रक्षाबंधन पर बेटा रोहन सिंह अपने दोस्त चंटू यादव के घर राखी बंधवाने गया था। इस पर कुछ लोगों ने विरोध कर दिया और विवाद खड़ा कर मारपीट शुरू कर दी। विक्की यादव ने जानलेवा हमला कर दिया।
इसी दौरान फायर भी झोंका गया। हमले में रोहन को गंभीर चोटें आईं। आरोप है कि अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद पीड़ित होने के बाद बारादरी पुलिस ने उल्टा रोहन को ही पकड़ लिया। पीड़ित पक्ष की कोई सुनवाई ही नहीं हुई। इसके बाद पुष्पेंद्र सिंह कोर्ट पहुंचे, कोर्ट के आदेश के बाद बारादरी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ हत्या का प्रयास समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। इंस्पेक्टर बारादरी नीरज मलिक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।