कोविड केयर सेंटर में कुत्तों ने फाड़ डाले बिस्तर

जिले में संक्रमितों की बढ़ती संख्या देख तीन सौ बेड अस्पताल में क्वांरटाइन सेंटर को खाली कराकर जहां कोविड केयर सेंटर बनाया गया था वहां संक्रमितों को भर्ती किए जाने पर विचार चल रहा है। लेकिन यहां बदइंतजामी हावी है। वार्डों में कुत्ते घूम रहे हैं। जो बिस्तर संक्रमितों के लिए थे उन्हें कुत्ते फाड़ चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 02:45 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 02:45 AM (IST)
कोविड केयर सेंटर में कुत्तों ने फाड़ डाले बिस्तर
कोविड केयर सेंटर में कुत्तों ने फाड़ डाले बिस्तर

बरेली, जेएनएन : जिले में संक्रमितों की बढ़ती संख्या देख तीन सौ बेड अस्पताल में क्वांरटाइन सेंटर को खाली कराकर जहां कोविड केयर सेंटर बनाया गया था, वहां संक्रमितों को भर्ती किए जाने पर विचार चल रहा है। लेकिन यहां बदइंतजामी हावी है। वार्डों में कुत्ते घूम रहे हैं। जो बिस्तर संक्रमितों के लिए थे, उन्हें कुत्ते फाड़ चुके हैं।

अब तक संक्रमितों को रेलवे अस्पताल, बिथरी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था। चूंकि ज्यादातर मरीज बिना लक्षण वाले आ रहे हैं। इसके चलते एल-1 अस्पतालों (कोविड केयर सेंटर) और उनमें बेड की संख्या बढ़ाई गई थी। इसमें फरीदपुर के मानस स्थली के साथ ही तीन सौ बेड अस्पताल के क्वारंटाइन सेंटर को चुना गया था। बताया गया था कि यहां कुल 109 बेड की व्यवस्था की गई है। यहां सभी तैयारियां पूरी करने की बात कहकर जिम्मेदार भूल गए। अब जब संक्रमित बढ़ने लगे तो फिर इसकी याद आई। अधिकारियों ने तीन सौ बेड की ओर रुख किया, उससे पहले जागरण की टीम ने वहां के हालात देखे। भवन के अंदर घुसते ही गंदगी पड़ी थी। वार्ड में कुत्ता टेबल पर बैठा था। बेड पर पड़े बिस्तरों की हालत खराब थी। कुत्तों ने तकियों व गद्दों को को फाड़ दिया था। पीने के पानी की भी अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। एसीएमओ ने निरीक्षण कर बताई स्थिति

यहां संक्रमितों को भर्ती करने से पहले व्यवस्था देखने पहुंचे एसीएमओ डॉ. आर एन गिरी ने हालात देखे। उन्होंने सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला को बताया कि स्थिति ठीक नहीं है। पीने के पानी की व्यवस्था, सीसीटीवी, माइक सिस्टम समेत कई खामियां हैं। सबसे बड़ी दिक्कत खिड़की-दरवाजे बाहर की ओर खुलने की है, जिससे मरीज कभी भी बाहर निकल सकता है। -------------

तीन सौ बेड के कोविड केयर सेंटर में संक्रमितों को रखने का विचार किया गया है। वहां कुत्तों के घूमने और बिस्तर फाड़ने की जानकारी अभी नहीं है, लेकिन वहां जो भी कमियां हैं उन्हें दूर किया जा रहा है।

- डॉ. विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ

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एल-1 बिथरी अस्पताल पहुंचे संक्रमित भूख और गंदगी से परेशान

संक्रमितों के रहन सहन, उनके खाने पीने की व्यवस्था में हीलाहवाली जारी है। सोमवार सुबह आई संक्रमितों की पहली सूची में शामिल कुछ लोगों को एल-1 बिथरी अस्पताल में आइसोलेट किया गया। यहां पहुंचे संक्रमितों ने वार्डों की हालत देखकर नाराजगी जताई। गंदे वार्डों और वहां रखे वाटर कूलर में पानी भी नहीं था। संक्रमितों ने बताया कि जब से आए हैं कुछ खाने पीने को कुछ नहीं मिला। उन्होंने फोटो भेजकर परिजनों को जानकारी दी। इसके बाद मामले की जानकारी सीएमओ को दी गई। एल-1 बिथरी अस्पताल में सोमवार को संक्रमित मिले लोगों में से शहर के कई लोग भेजे गए। अलग अलग वार्डों में इन लोगों को भेजने के बाद शाम तक न कोई चिकित्सक पहुंचा न कोई कर्मचारी। इसके चलते संक्रमित परेशान हो गए। शहर के संजय नगर निवासी एक संक्रमित ने अपने परिजनों को बताया कि वह तीन घंटे से यहां आए हुए हैं। वार्ड में गंदगी पसरी हुई है। बताया कि कहीं पर भी झाड़ू नहीं लगी है। जो पहले लोग भर्ती थे उनका सामान भी पड़ा हुआ है। संक्रमित ने पूरे वार्ड के हालात दिखाते हुए कुछ फोटो भी परिजनों को भेजे। वहीं मौजूद एक महिला ने बताया कि जब से आए है तब से कोई नहीं आया। बहुत तेज भूख लगी है, पानी तक पीने के लिए नहीं है। जो वाटर कूलर रखा है वह खाली पड़ा है। संक्रमित के परिजनों तक फोटो पहुंचने के बाद वह वायरल हुई। संबंधित व्यक्ति ने उच्चाधिकारियों से मामले की शिकायत भी की है। ---------

एल-1 अस्पतालों में साफ सफाई लगातार कराई जा रही है। नए मरीजों के पहुंचने पर व्यवस्था करने में कुछ समय लगता है। सभी वार्डों की साफ सफाई कराने के निर्देश दिए गए हैं।

- डॉ. विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ

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