देश के विभिन्न राज्यों में चिकित्सकों के साथ हुईं हिंसक घटनाओं के विरोध में पीलीभीत में चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन
Protest against violence with doctors देश के विभिन्न राज्यों में चिकित्सकों के साथ हुई हिंसक घटनाओं को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) मुखर है। आइएमए के आह्वान पर चिकित्सकों ने विरोध प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा।
बरेली, जेएनएन। Protest against violence with doctors : देश के विभिन्न राज्यों में चिकित्सकों के साथ हुई हिंसक घटनाओं को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) मुखर है। आइएमए के आह्वान पर चिकित्सकों ने विरोध प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा। शुक्रवार को ग्यारह बजे आइएमए के अध्यक्ष डॉ पीयूष अग्रवाल के नेतृत्व में शहर के प्रमुख चिकित्सक ललौरीखेड़ा स्थित आइएमए भवन में एकत्रित हुए।
इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने हाल ही में देश में अलग अलग स्थानों पर चिकित्सकों के साथ हिंसक घटनाओं को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान मरीजों की जान बचाने के लिए जूझते हुए सैकड़ों की संख्या में चिकित्सकों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी है। महामारी के दौर में चिकित्सक वर्ग ने पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने फर्ज को निभाया है। इसके बाद भी देश के विभिन्न राज्यों में चिकित्सकों को हिंसक घटनाओं का शिकार होना पड़ा है। साथ ही महिला चिकित्सकों से भी गाली गलौज और मारपीट की घटनाएं की गई हैं।
आइएमए के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराने, केंद्रीय अस्पताल और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स सुरक्षा अधिनियम में आइपीसी की धारा और आपराधिक संहिता शामिल करने, प्रत्येक अस्पताल में सुरक्षा के मानक बढ़ाने, अस्पतालों को सुरक्षा क्षेत्र घोषित करने तथा दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई तथा कड़ी सजा दिलाने का प्रावधान किए जाने की मांग की गई है। इस मौके पर अध्यक्ष डॉ. पीयूष अग्रवाल, सचिव डॉ. रोहित सिंह. डॉ रश्मि प्रकाश, डॉ. नीलम अग्रवाल आदि मौजूद रहे।