Covid-19 के नए वेरिएंट Omicron को लेकर मत हो परेशान, कोरोना के सभी वेरिएंट के लिए कारगर है को-वैक्सीन, जानिए कैसे
Covid- 19 Omicron Variant वैश्विक स्तर में तबाही मचाने वाले ओमिक्रोन समेत कोरोना के अन्य सभी वैरिएंट के विरुद्ध कोवैक्सीन पूरी तरह से कारगर साबित हो रही है। भारत में बनीं भारत बायोटेक की यह स्वदेशी वैक्सीन इस नये वैरिएंट से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है।
बरेली, जेएनएन। Covid- 19 Omicron Variant News : वैश्विक स्तर में तबाही मचाने वाले ओमिक्रोन समेत कोरोना के अन्य सभी वैरिएंट के विरुद्ध कोवैक्सीन पूरी तरह से कारगर साबित हो रही है। भारत में बनीं भारत बायोटेक की यह स्वदेशी वैक्सीन इस नये वैरिएंट से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। यह कहना है साइंस आफ वैक्सीनोलाजी के पूर्व राष्ट्रीय समन्वयक डा. अतुल कुमार अग्रवाल का।
भारत में कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के केस सामने आ चुके हैं। ऐसे में कोवैक्सीन के ओमिक्रोन पर कारगर होने की खबर और राहत देने वाली है। डा. अतुल ने यह भी बताया कि फाइजर, माडर्ना, कोविशील्ड समेत ज्यादातर अन्य वैक्सीन एमआरएनए पर आधारित हैं। इस वजह से ये वैक्सीन कोरोना के कुछ वैरिएंट पर ही कारगर साबित होती हैं। बरेली मंडल के चारों जिलों में कोवैक्सीन की 11,42,319 डोज लगाई जा चुकी हैं। इससे यहां पर बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित हैं।
कोरोना के नये वैरिएंट को इस तरह कंट्रोल करेगी कोवैक्सीन
डा. अतुल ने बताया कि कोवैक्सीन वुहान वैरिएंट से बनाई गई है। इसमें कोरोना के सभी स्पाइक को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि कोवैक्सीन होल सेल किल्ड वैक्सीन है, जिसमें पूरे वायरस का प्रयोग किया गया है। अत: कोरोना संक्रमण के किसी एक प्वाइंट पर म्यूटेशेन होता है तब भी वायरस के अन्य एंटीजन वही रहते हैं।
इस वजह से कोवैक्सीन ओमिक्रोन सहित भविष्य में आने वाले कोरोना के अन्य वैरिएंट पर भी कारगर साबित होगी। यही नहीं, कोवैक्सीन शरीर में मौजूद टी-सेल और बी-सेल दोनों तरह की इम्युनिटी बढ़ाती है। इससे कोरोना स्वरूप बदलने के बावजूद इसके इम्यून सिस्टम से बच नहीं पाता है। उन्होंने बताया कि आइसीएमआर के साइंटिस्ट डा. समीरन पांडा ने भी इसी ओर इंगित किया है।
ओमिक्रोन पर इस तरह से करेगी काम
डा. अतुल के मुताबिक कोरोना में 0.592 स्पाइक पर म्यूटेशन हुआ है, जो ओमिक्रोन नाम से जाना रहा रहा है। इसमें भी बाकी सारा वायरस वही है तो ओमिक्रोन भी कोवैक्सीन को भेदकर हमलावर नहीं हो पाएगा।
अफ्रीका में पांच साल के कम आयु के बच्चे हो रहे संक्रमित
बाल रोग विशेषज्ञ डा. अतुल कुमार अग्रवाल ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन से पांच साल से कम आयु के बच्चे संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन उनकी हालत गंभीर नहीं है। वहां टीकाकरण कम हुआ है, जबकि भारत में भारत की वयस्क आबादी के 55 प्रतिशत को दोनों डोज लग चुकी हैं।
कोवैक्सीन की जिलेवार स्थिति
बरेली 4,29,738
बदायूं 1,79,768
पीलीभीत 1,52,660
शाहजहांपुर 3,80,153
(आंकड़े एक दिसंबर शाम पांच बजे तक के हैं।)