डीआइजी बोले-पुलिसकर्मी रिश्वत मांगे तो वाट्सएप करें ऑडियो-वीडियो
मंडल के किसी जिले में भ्रष्ट पुलिस कर्मी बख्शे नहीं जाएंगे।
जेएनएन, बरेली : मंडल के किसी जिले में भ्रष्ट पुलिस कर्मी बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ बर्खास्तगी तक की कार्रवाई कराई जाएगी। रिश्वत मांगने वाले या वसूली करने वाले पुलिसकर्मियों का ऑडियो या वीडियो बनाकर उन्हें 9454408999 नंबर पर भेज दें। यह भरोसा डीआइजी रेंज राजेश कुमार पांडेय ने दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में दिया। इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्या फोन पर सुनी और उन्हें हल करने का भरोसा दिया। सवाल- हाईवे पर सड़क किनारे टेम्पो खड़े हो जाते हैं। यहां मौजूद पुलिस सहायता केंद्र पर शिकायत भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इन टेम्पो से जाम लगता है और आए दिन हादसे होते हैं। - मुहम्मद अली, जादोपुर भोजीपुरा, बरेली जवाब- आप एक प्रार्थनापत्र हमें दे दें या किसी से भिजवा दीजिए। मैं खुद इसको चेक कराकर कार्रवाई कराऊंगा। सवाल- आसफपुर चौकी में पुलिस कर्मियों के रहने के लिए जगह नहीं है। ब्लॉक के क्वार्टरों में रह रहे हैं। इनके रहने की व्यवस्था करें। - प्रदीप उपाध्याय, सीकरी, फैजगंज बेहटा, बदायूं जवाब- हाल ही में सरकार ने पुलिस आवास के निर्माण, थानों आदि के लिए 700 करोड़ रुपये का बजट देने की घोषणा की है। इससे आने वाले समय में पुलिसकर्मियों के आवासों की समस्या दूर होगी। सवाल- किला, सेटेलाइट व चौपुला चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस वाले अगर दूसरे जिले की गाड़ी देख लें तो ऐसे झपट्टा मारकर रोकते हैं मानो किसी हत्यारे को पकड़ रहे हों। फिर उनसे वसूली की जाती है। इससे छात्र खासे परेशान हैं। - इमरान अंसारी, बरेली जवाब- ऐसे रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों को पकड़ने के लिए मैंने वाट्सएप नंबर 9454408999 जारी किया है। इस पर वीडियो या ऑडियो बनाकर डालें। निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी। सवाल-मेरे भाई अनिल यादव पर 307 का झूठा मुकदमा इज्जतनगर थाने में दर्ज करा दिया गया। जिस दिन की घटना दिखाई जा रही है, उस दिन वह शहर से बाहर था। टोल प्लाजा पर फुटेज हैं। पुलिस से कहा फुटेज निकलवा लें। सर्विलांस सेल से उस दिन की लोकेशन निकाल लें लेकिन पुलिस नहीं मान रही। कह रही है जेल जाओ। हमें इंसाफ दिलाइए। - गुड्डू, प्रेमनगर (बरेली) जवाब- हर हाल में इंसाफ होगा। अगर आप निर्दोष हैं और आपके पास अपनी बेगुनाही के सुबूत हैं तो आप जेल नहीं जाएंगे। आप एक प्रार्थना पत्र दीजिए। हम पूरे मामले की जांच करा लेते हैं। सवाल- नरियावल पर मेरी जमीन पर स्टे होने के बाद कब्जा कर लिया। पुलिस से शिकायत की कोई नहीं सुन रहा। - दयाशंकर वर्मा, सिंधू नगर कॉलोनी, नरियावल, बरेली। जवाब- जमीन के स्वामित्व का निर्धारण तहसील व प्रशासनिक अधिकारी करेंगे। अगर किसी ने गुंडई की है या कानून तोड़ा है तो हमें प्रार्थना पत्र दें हम कार्रवाई करवाते हैं। सवाल- 12 जनवरी को कुछ लोगों ने झुग्गियां जला दी थीं। मारपीट कर जातिसूचक गालियां दीं थी। मुकदमा तो दर्ज हो गया आज तक कार्रवाई नहीं हुई। -धनपत सिंह, उघैती, बदायूं जवाब- आपका एससीएसटी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इसलिए विवेचना सीओ कर रहे हैं। आप उनसे मिलिए, मदद मिलेगी। नहीं बात बने तो मुझसे आकर मिलें। सवाल- आला हजरत वाली गली में टेम्पो व ई रिक्शा की वजह से जाम रहता है। जबकि यहां हमेशा भीड़ रहती है। कुछ लोग स्टैंड बनाकर वसूली भी कर रहे हैं। - अश्वनी गुलाटी व जर्नादन, बिहारीपुर, बरेली जवाब- इस बारे में एसपी ट्रैफिक को बताकर कार्रवाई कराई जाएगी। आप हमें लिखित शिकायत भेजें। सवाल-घर में दो लोग घुस आए थे। उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस ने छोड़ दिया। उनमें से एक के पास पौनिया भी बरामद हुई थी। - नन्दराम ,दियोड़ी गांव दातागंज, बदायूं। जवाब- अगर ऐसा मामला है तो काफी गंभीर है। आप मुझे प्रार्थना पत्र दें जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। सवाल- मेरी मां की 19 अक्टूबर 2017 को नृशंस हत्या कर दी गई थी। पुलिस आज तक कातिलों को नहीं पकड़ सकी। मुकदमे में एफआर लगा दी। अब दोबारा विवेचना भी नहीं की। - लालाराम, उघैती, बदायूं जवाब- यह काफी गंभीर मामला है। मुझे प्रार्थना पत्र दें। जांच करवाता हूं। मर्डर के मुकदमे में एफआर नहीं लगनी चाहिए। सवाल- पासपोर्ट की जांच के लिए आए पुलिसकर्मियों ने 500 रुपये ले लिए। सर, क्या यह सरकारी फीस है। - प्रशांत अग्रवाल, डेलापीर, बरेली। जवाब- नहीं कोई सरकारी फीस नहीं है। आप उन पुलिसकर्मियों के नाम पता करके बताइए। उन्हें सस्पेंड किया जाएगा। सवाल- हजरतपुर में एक महिला अवैध शराब बेचती है। एक सिपाही ब्रजेश हर बार साठगांठ करके यहीं पर तैनात हो जाता है। अब यूपी-100 में हैं। अपनी गाड़ी से शराब बिकवाता है। क्षेत्र में इस सिपाही का आतंक है। - नन्हें सिंह, बक्सेना, हजरतपुर, बदायूं। जवाब- आप इसकी कहीं छिपकर वीडियो बनाकर मुझे भेज दीजिए। हम सख्त कार्रवाई करवाते हैं। सवाल- हमें डिजीटल वालंटियर बनाया गया है। हमारा क्या काम है। - अंकित मिश्रा, सेहरामऊ उत्तरी, श्री कृष्ण बरखेड़ा, पीलीभीत। जवाब- सोशल साइट पर निगरानी रखना कि कोई आपत्तिजनक व देश विरोधी कमेंट्स न डाल सके, यही देखना आपका काम है। डिजिटल वालंटियर को पुलिस सम्मानित भी करेगी। देश विरोधी मानसिकता वालों के खिलाफ आप भी मुकदमा दर्ज करा सकते हैं।