Dharam Pal Murder Case : सोते धर्मपाल को उठाया और पेड़ से बांधकर लगा दी आग

बरेली के गांव वरगवा निवासी धर्मपाल की हत्या की वजह तलाशने में पुलिस जुटी हुई है। अब तक एक बात साफ है कि उन्हें घर से उठाया गया और पेड़ से बांधकर जला दिया गया। चूंकि उनके हाथ-पैर बंधे थे यानी जलाए जाने के वक्त वह होश में थे।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 12:53 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 12:53 PM (IST)
Dharam Pal Murder Case : सोते धर्मपाल को उठाया और पेड़ से बांधकर लगा दी आग
Dharam Pal Murder Case : सोते धर्मपाल को उठाया और पेड़ से बांधकर लगा दी आग

बरेली, जेएनएन। बरेली के गांव वरगवा निवासी धर्मपाल की हत्या की वजह तलाशने में पुलिस जुटी हुई है। अब तक एक बात साफ है कि उन्हें घर से उठाया गया और पेड़ से बांधकर जला दिया गया। चूंकि उनके हाथ-पैर बंधे थे, यानी जलाए जाने के वक्त वह होश में थे। विरोध की वजह से ही हाथ-पैर बांधे गए। यदि उन्हें बेहोश कर आग लगाई जाती तो बांधने की जरूरत नहीं होती।

धर्मपाल का शव जिस अवस्था में मिला। उससे एक बात तो साफ है कि घटना को अकेले अंजाम नहीं दिया गया। घटना में कई लोग शामिल थे। उनकी चप्पलें पुराने घर में ही मिलीं। यदि वह खुद पैदल चलकर खेतों की ओर जाते तो ठंड में चप्पल जरूर पहनते। ऐसे में कोई उन्हें सोते से उठाकर ले गया। विरोध करते हुए भाग न सकें, इसलिए उन्हें पेड़ से बांधा गया। लोहे के कंटीले तार आसपास खेतों में लगे हैं। माना जा रहा है कि वहीं से तार खोलकर उन्हें बांधने में उपयोग किया गया।

एक बेटा व एक है बेटी

धर्मपाल के एक बेटा जितेंद्र व एक बेटी मधु हैं। पत्नी धर्मेंद्री घर पर ही रहती है। साढू के मुताबिक, शुक्रवार को रोज की भांति धर्मपाल ने सारा काम निपटाया। रात को खाना खाया। इसके बाद सोने चले गए। उनके दो भाई गांव में अलग-अलग रहते हैं। धर्मपाल के नाम 15 बीघा जमीन है।

तोताराम के साथ उठना-बैठना

थाना प्रभारी शीशगढ़ के मुताबिक, जो लेटर किसान के घर से मिला है। उसमें काफी हिस्सा तो समझ से परे है। सिर्फ अनहोनी पर तोताराम की जिम्मेदारी की बात ही स्पष्ट है। जबकि, जांच में सामने आया कि तोताराम के साथ उनका उठना-बैठना था। अब पूरा प्रकरण क्या है। इस पर जांच की जा रही है। मामले में एक अन्य व्यक्ति का नाम भी आ रहा है।

घटना बयां कर रहा मौका ए वारदात

धर्मपाल के सामने का हिस्सा पूरी तरह जला हुआ है, जिससे साफ है कि बांधने के बाद पेट्रोल-डीजल या अन्य ज्वलनशील पदार्थ उनके सीने-पेट पर डालकर आग लगाई गई। चेहरा भी जला हुआ था। पैरों तक का हिस्सा पेड़ से बंधा हुआ था, जबकि बाकी धड़ औंधे मुंह है। पुलिस का मानना है कि जलने के बाद शव का वजन आया तो सीने पर बंधे तार ढीले हुए, जिससे वह हिस्सा औंधे मुंह जा गिरा। हाथ पीछे की ओर बंधे हो सकते हैं, इसलिए कम जले।

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