Dengue Malaria in Bareilly : बरेली में डेंगू मच्छर ने 21 को बनाया अपना शिकार, मलेरिया के भी पांच नए मरीज मिले
Dengue Malaria in Bareilly स्वास्थ्य विभाग के कुछ अफसरों की बेपरवाही का असर दिखने लगा है। जिले में डेंगू के डंक का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को डेंगू के 20 से ज्यादा केस सामने आए। वहीं मलेरिया के मरीजों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम रही।
बरेली, जेएनएन। Dengue Malaria in Bareilly : स्वास्थ्य विभाग के कुछ अफसरों की बेपरवाही का असर दिखने लगा है। जिले में डेंगू के डंक का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को डेंगू के 20 से ज्यादा केस सामने आए। वहीं मलेरिया के मरीजों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम रही। हालांकि जिले में जगह-जगह जलभराव की वजह से संक्रामक रोगों के फैलने का डर और बढ़ गया है।
बुधवार को 112 सैंपलों की एलाइजा टेस्ट रिपोर्ट आई, इनमें 21 डेंगू संक्रमित केस मिले। इस तरह जिले में अब कुल 1478 एलाइजा टेस्ट में 260 डेंगू वायरस के मरीज मिल चुके हैं। इनमें से शहरी इलाकों में 164 केस मिले हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 96 मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा जिले में 154 जांचों के बाद डेंगू के 44 संदिग्ध मरीज मिल चुके हैं। वहीं मलेरिया के बुधवार को 1185 मलेरिया की जांच जिले में अलग-अलग केंद्रों पर हुईं। इनमें पांच पाजिटिव केस सामने आए हैं। इस तरह जिले में अब तक मलेरिया के कुल 2246 केस मिल चुके हैं।
674 का निरीक्षण किया, 18 में मिला लार्वा : स्वास्थ्य विभाग की टीम से डोमेस्टिक ब्रीडर चेकर्स ने बुधवार को जिले में कुल 674 घरों का निरीक्षण किया। इनमें से 18 घरों में डेंगू और मलेरिया के मच्छरों का लार्वा मिला। वहीं 2248 घरों में कंटेनर आदि देखे गए, इनमें से 26 जगह लार्वा मिला।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बलवीर सिंह ने बताया कि डेंगू और मलेरिया के केस जहां मिले उनके सापेक्ष 218 जगह एंटी वेक्टर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। ग्रामीण व शहरी इलाकों में जलभराव न होने देने और जहां पानी भरा है, वहां जरूरी छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं।
जलभराव के बाद संक्रामक रोगों से बचाने की कवायद : जिले के ग्रामीण इलाकों में कई जगह जलभराव की स्थिति हो गई है। क्योंकि ऐसे माहौल के बाद अमूमन संक्रामक बीमारियां बढ़ जाती हैं। ऐसे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.बलवीर सिंह ने बहेड़ी तहसील पहुंचकर वहां कुछ गांवों के हालात का जायजा लिया। यही नहीं, उन्होंने संबंधित इलाकों के चिकित्सा अधिकारियों को भी सजग रहने और स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्थाएं पुख्ता रखने को कहा। वहीं आशा व एएनएम से गांवों में अधिकतम लोगों के संपर्क में रहने के निर्देश दिए। प्रभावित गांवों में निरीक्षण के दौरान लोगों ने सीएमओ को घर में घुसा पानी दिखाया। सीएमओ ने साथ मौजूद चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि जलभराव से संक्रामक रोग न फैले इसलिए स्थानीय सीएचसी, पीएचसी और स्वास्थ्यकर्मी दवा बांटे। लोगों के संपर्क में रहें और किसी आपात स्थिति में तत्काल इलाज मुहैया कराएं।