Dengue in Pilibhit : अभियान के बाद भी नहीं थम रहा बुखार का कहर, पांच के डेंगू पीडित होने की आशंका, लखनऊ भेजे सैंपल
Dengue in Pilibhit पीलीभीत में बुखार के नए मरीज लगातार निकल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम नहीं कर पा रहा है। हालांकि बुखार के गंभीर रोगियोंं की संख्या अभी ज्यादा नहीं है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की शिथिलता से स्थिति गंभीर हो सकती है।
बरेली, जेएनएन। Dengue in Pilibhit : पीलीभीत में बुखार के नए मरीज लगातार निकल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम नहीं कर पा रहा है। हालांकि बुखार के गंभीर रोगियोंं की संख्या अभी ज्यादा नहीं है लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसी तरह से शिथिलता बरतता रहा तो अन्य कई जिलों की तरह स्थिति यहां भी गंभीर हो सकती है। शहर से सटे गांव चंदोई में एक महिला में डेंगू के लक्षण पाए गए हैं। महिला समेत कुल पांच बुखार पीड़ितों के डेंगू होने की आशंका में सैंपल जांच के लिए लखनऊ के मेडिकल कालेज में भेजे गए हैं। उधर, बीसलपुर क्षेत्र में मलेरिया के दो मरीज मिलने के बाद शिविर लगाकर अन्य ग्रामीणों की जांच की गई।
मंगलवार को भी जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ उमड़ी। एक हजार से अधिक मरीज ओपीडी में पहुंचे। इनमें से लगभग दो सौ मरीज बुखार से पीड़ित रहे। गांवों में मलेरिया विभाग की टीम की सक्रियता तो दिख रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाकर बुखार पीड़ितों को दवाइयां उपलब्ध कराने की पहल अब तक नहीं हुई। शहर से सटे गांव चंदोई में आशिया बेगम नामक महिला में डेंगू के लक्षण पाए गए। इस पर मलेरिया विभाग की टीम निरीक्षक दीपेश चौधरी के नेतृत्व में टीम पहुंची।
जहां जहां बरसाती पानी भरा है, वहां एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया। महिला मरीज का डेंगू जांच के लिए सैंपल लिया गया। कुल 176 घरों में लार्वा की चेकिंग की गई। इनमें से पांच घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा पाया गया। जिसे टीम ने नष्ट कर दिया। बीसलपुर के गांव अहिरवाड़ा में बुखार से पीड़ित 54 मरीजों की जांच की गईं। जिनमें से एक मरीज में मलेरिया पाया गया। आठ अन्य लोगों की डेंगू जांच की गई, उन सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।
बीसलपुर के ही मुहल्ला ग्यासपुर में भी एक बुखार पीड़ित की जांच में मलेरिया की पुष्टि हुई है। अन्य मरीज वायरल बुखार के पाए गए। सहायक जिला मलेरिया अधिकारी राजीव कुमार मौर्या के अनुसार अहिरवाड़ा और ग्यासपुर दोनों जगह नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराने के साथ ही फागिंग भी कराई गई।